राज्यसभा सद्स्य व पूर्व सेवानिवृत्त आई.पी.एस बृजलाल से गुरुवार को सुल्तानपुर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार सत्य देव तिवारी ने लखनऊ मे की भेंट मुलाकात
राज्यसभा सद्स्य श्री बृजलाल जी से गुरुवार को लखनऊ में भेंट हुई। राजनीति में प्रवेश के पूर्व सेवानिवृत्त आई.पी.एस. श्री लाल उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहे हैं और उनकी गिनती बहुत ही जांबाज एवम काबिल पुलिस अधिकारियों में होती रही है। सुल्तानपुर के पुलिस अधीक्षक/डी.आई.जी. डॉ विपिन मिश्र जी को उनके अधीन कार्य करने का अवसर मिला है और एक बेहतरीन पुलिस अधिकारी के तौर पर श्री बृजलाल से जुड़े बहुत से प्रेरक संस्मरण उनकी स्मृति में हैं। सेवा से निवृत्त होने के बाद श्री लाल राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
श्री बृजलाल जी की दूसरी पारी भी खासी महत्वपूर्ण है। राज्यसभा सदस्य के तौर पर संसदीय दायित्वों के साथ ही वे लेखकीय कर्म में भी सक्रिय हैं। उनकी एक महत्वपूर्ण पुस्तक ” सियासत का सबक ; जोगेंद्र नाथ मण्डल ” आजादी के संघर्ष और विभाजन से जुड़ी गुत्थियों की पड़ताल में रुचि रखने वाले पाठकों के बीच चर्चा में है। जिन्ना और मुस्लिम लीग की मुस्लिमों के लिए अलग देश की मांग तो प्रत्यक्ष थी। साथ ही दलितों को भी साथ जोड़कर हिन्दू समाज के विभाजन की योजना पर भी साथ-साथ काम चल रहा था। इस काम में जोगेंद्र नाथ मण्डल टूल के तौर पर इस्तेमाल हुए थे। मण्डल पूर्वी बंगाल के वाशिंदे थे। पाकिस्तान की शुरुआती सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री बनाये गए। पर जल्दी ही असलियत से वे रूबरू हुए। बेबस – हताश-निराश मण्डल भारत वापस आये और फिर आगे की जिंदगी गुरबत-गुमनामी में गुजारी। यह किताब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा की मार्मिक तस्वीर पेश करती है। शोध और परिश्रम से लिखी यह पुस्तक रुचि रखने वाले पाठकों के लिए बहुत जरूरी है। अमेजन पर भी उपलब्ध है। वे दो अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकों पर भी कार्य कर रहे हैं। श्री लाल ने मुझे अपनी पुस्तक भेंट की। मैंने भी उन्हें वरिष्ठ पत्रकार श्री राज खन्ना की बहुचर्चित-प्रशंसित पुस्तक ” आजादी से पहले-आजादी के बाद ” भेंट की।