माध्यमिक शिक्षा परिषद 2022 की हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए अब डीआइओएस कार्यालय से कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी नहीं लग पाएगी।
हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए अब डीआइओएस कार्यालय से कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी नहीं लग पाएगी। बोर्ड ने इस बार यह व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है। परिषद की ओर से ही कक्ष निरीक्षकों की परीक्षा में ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए डीआइओएस से शिक्षकों का डाटा बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है। बोर्ड का यह प्रयोग कारगर रहा तो अगली परीक्षाओें में भी यह व्यवस्था रहेगी। अब तक डीआइओएस की ओर से ही इनकी नियुक्ति होती रही है। इस प्रक्रिया पर शिक्षक सवाल उठाते रहे हैं कि खास लोगों को ड्यूटी से वंचित कर दिया गया। काम न करने वाले शिक्षक हर साल ड्यूटी से बच जाते हैं। वैसे बोर्ड ने 2016-17 में भी यह व्यवस्था लागू की थी लेकिन व्यवस्था फेल हो गई थी। यह दूसरा मौका है जब बोर्ड दोबारा प्रयास कर रहा है। यह प्रयोग सफल रहा तो आगे से बोर्ड ही शिक्षकों की कक्षों में ड्यूटी लगाएगा। जिले में 90 बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति को लेकर अभी तक वेबसाइट पर शिक्षकों का डाटा अपलोड करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इसके लिए बोर्ड की ओर से निर्धारित तिथि 20 फरवरी भी बीत गई है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा विभाग का दावा है कि 75 फीसद शिक्षकों का डाटा परिषद को भेजा जा चुका है।
गलत सूचना पर हो सकती है कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर किसी शिक्षक के डाटा में गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित अधिकारी व शिक्षक पर कार्रवाई हो सकती है। परिषद का निर्देश डीआइओएस को है कि शिक्षकों की तैनाती को उसकी पूरी कुंडली दी जाए। उसकी नियुक्ति से लेकर व्यवहार, कार्यप्रणाली का भी जिक्र होना जरूरी
परिषद के निर्देश के क्रम में 90 फीसद शिक्षकों का डाटा अपलोड हो चुका है। हालांकि अभी भी कार्य चल रहा है। फरवरी के अंत तक सभी शिक्षकों का डाटा भेज दिया जाएगा।