26 सितंबर से शुरू होंगे शारदीय नवरात्र, कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
शारदीय नवरात्र आज से शुरू हो जाएंगे.26 सितंबर को सुबह छह बजकर 20 मिनट से 10 बजे तक का समय कलश स्थापना के लिए शुभ माना गया है. इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन के रहेंगे. तीन अक्टूबर को अष्टमी व चार को नवमी पूजन होगा.वहीं, नवरात्र में मां दुर्गा के नौ दिव्य स्वरूपों की पूजा-अर्चना को लेकर माता रानी की शृंगार समाग्री, चुनरी, पूजन थाल व अन्य वस्तुओं से बाजार में दुकानें सज चुकी हैं और कारोबारियों में भी खासा उत्साह है . इस वर्ष प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 26 सितंबर की सुबह 03:24 से हो रही है और 27 सितंबर सुबह 03:08 तक रहेगी. 26 सितंबर को अश्वनी शुक्ल घट स्थापना शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 26 सितंबर को कन्या लग्न में प्रातः काल 05:56 से 07:35 बजे तक एवं अभिजीत मुहूर्त दिन में ही 11:33 से 12:22 बजे तक घट स्थापना एवं देवी का पूजन किया जा सकता हैं. इस बार माता का आगमन हाथी पर होगा मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान कैलाश पर्वत से पृथ्वी लोक पर आती हैं. इस बार नवरात्रि की शुरुआत सोमवार से हो रही है. मान्यता है कि जब भी नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती है, तब मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं. मान्यता के अनुसार ये बेहद शुभ माना जाता है. हाथी पर सवार होकर मां दुर्गा अपने साथ ढेर सारी खुशियां और सुख-समृद्धि लेकर आती हैं. मां का वाहन हाथी ज्ञान व समृद्धि का प्रतीक है. इससे देश में आर्थिक समृद्धि आएगी. साथ ही ज्ञान की वृद्धि होगी. नवरात्रि में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धदात्री की पूजा की जाती है. ज्यादातर दुर्गा पूजा समितियों ने पंडाल और मूर्ति स्थापना की तैयारियां शुरू कर दी हैं. माता रानी की मूर्तियों को कलाकार तैयार कर रहे हैं. घसियारी मंडी स्थित कालीबाड़ी मंदिर के अध्यक्ष गौतम भट्टाचार्य ने बताया कि 25 सितंबर को महिषासुर मर्दिनी महालय से दु