मिशन विजय न्यूज सुल्तानपुर नहीं रुक रहा पॉलिथीन का प्रयोग, प्रशासन भी मौन
सुल्तानपुर
एनजीटी के आदेशों का खुला उल्लंघन जिले में हो रहा है। प्रतिबंधित पॉलीथिन का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। लगता है एनजीटी के आदेश जिले में लागू नहीं हैं। प्रतिष्ठानों से लेकर ठेले-खोमचों पर आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पर्यावरण के लिए नासूर बन चुकी पॉलीथिन को भले ही प्रतिबंधित कर दिया गया हो, लेकिन इस पर सख्ती से रोक लगा पाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। शासन ने इस पर रोक लगाने के लिए नगर पालिका, प्रदूषण विभाग, पुलिस, खाद्य सुरक्षा विभाग सहित 16 विभागों को आदेश जारी किए थे। शुरुआत में नगर पालिका और प्रदूषण विभाग की टीम ने नगर मे छापेमारी की। अन्य स्थानों पर एसडीएम के नेतृत्व में टीमों ने कार्रवाई की, लेकिन कुछ समय बाद यह कार्रवाई भी थम गई। वर्तमान समय में स्थिति ढाक के तीन पात है। अफसरों ने भी इस ओर से अपना ध्यान हटा लिया है और पॉलीथिन बेचने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। खुले आम पॉलीथिन बेची जा रही है और धड़ल्ले से इसका प्रयोग भी हो रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगे बहुत समय हो चुका है। लेकिन नगर पालिका शहर को पॉलीथिन से मुक्त नहीं कर पाई है।पॉलिथीन के प्रयोग के गंभीर नतीजों के सामने आने, कड़ा कानून बनने के बाद भी इसके प्रति न तो कहीं जन चेतना दिखाई दे रही है और न ही कार्रवाई करने के लिए कभी प्रशासन द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं।
ऐसे में सार्वजनिक जीवन में पोलिथीन का प्रयोग अनेक प्रकार की गंभीर समस्याओं को जन्म देने का कारण बन गया है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्लास्टिक से बनी थैलियों को हानिकारक घोषित किया गया है। इनके प्रयोग पर पाबंदी के आदेश दिए गए थे। सरकारी आदेशों के बाद भी प्रशासन पॉलिथीन पर रोक लगाने में नाकाम है।नगर पालिका परिषद के अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग पर प्रशासन द्वारा पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने में नाकामयाब हो रही है। प्रशासन की लापरवाही से दुकानदार से एक होकर इसका प्रयोग कर रहे हैं।