डायल 112 के SP पर लगा वसूली का आरोप,पीड़ित बोले गड़बड़ी होने पर रोल खराब करने की देते थे धमकी
उत्तर प्रदेश पुलिस पर आम लोगों से ढाबा वालो से रिक्शा वालों से रिश्वत लेने का आरोप लगता रहता है लेकिन तब क्या हो जब डायल 112 के सिपाही ही अपने मातहतों पर वसूली करने का आरोप लगाए। जी हां ताजा मामला कानपुर जिले से आया हैं। कानपुर : यूं तो उत्तर प्रदेश पुलिस पर आम लोगों से ढाबा वालो से रिक्शा वालों से रिश्वत लेने का आरोप लगता रहता है लेकिन तब क्या हो जब डायल 112 के सिपाही ही अपने मातहतों पर वसूली करने का आरोप लगाए। जी हां ताजा मामला कानपुर जिले से आया हैं। जहां पुलिस कर्मियों ने वसूली से त्रस्त होकर वसूली के सिंडिकेट का खुलासा कर दिया हैं। ये गिरोह डायल 112 के SP के इशारे पर तीन दरोगा चलाते थे। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर ने जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। गणतंत्र दिवस पर अमरनाथ गुफा से लेकर अयोध्या के दीपोत्सव तक… डेढ़ साले से हो रही थी वसूली शहर के भाजपा कार्यालय दक्षिण, हाईवे पर कई दिवारों पर एक पर्चा चिपकाया गया है। जिसमें लिखा है कि डायल 112 में तैनात पुलिस कर्मियों से डेढ़ साल से वसूली की जा रही है। डायल 112 में तैनात पूर्व SP बसंत लाल ने वसूली की शुरुआत की थी। उनकी सह पर डायल 112 में तैनात दरोगा हंसाराम पुलिस कर्मियों से वसूली करता था। यूपी 112 में बीते छह माह से ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं हो रही है लेकिन कानपुर के एसपी डायल 112 राहुल मिठास ने वसूली की इंतहा कर दी है। राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के 11 महारथी…बहादुर बच्चों से मिल… PRV पर वसूली के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली पीड़ित सिपाहीयों ने पर्चे में लिखा है कि PRV का औचक निरीक्षण करके जरा सी भी लापरवाही मिलने पर कम से कम रोजाना दो से तीन गाड़ियों की रपट लिखाई जाती है। इसके बाद जीडी मुंशी कैरेक्टर रोल खराब करने की धमकी देता है और प्रति व्यक्ति 10 से 15 हजार रुपए लेना व उनके बदले पीआरवी पर तैनाती के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली करता है। डायल 112 के एसपी अपने प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों का वीडियो बनवाते है। इसके बाद जांच में क्लीन चिट के नाम पर 10 से 15 हजार रुपए की वसूली करते है। उनकी जगह नए पुलिसकर्मियों की तैनाती पर 20 से 30 हजार की वसूली का खेल चल रहा है। इसके साथ ही एसपी डायल-112 राहुल मिठास पर हाईवे पर मोटी वसूली कराने का भी गंभीर आरोप लगा है। वायरल पर्चे में लिखा है कि बिल्हौर, घाटमपुर, सचेंडी और महाराजपुर में हाईवे पर PRV से रोजाना लाखों रुपए की वसूली कराई जाती है। SP के इशारे पर 3 दरोगा चला रहे सिंडीकेट पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि जीडी प्रभारी दरोगा ओमप्रकाश मिश्रा और दरोगा हंसाराम हाईवे पर तैनात पीआरवी से रोजाना 30 से 40 हजार रुपए की वसूली का हिसाब लेते हैं। आरोप है कि डायल 112 में तैनात दरोगा हंसाराम, ओमप्रकाश मिश्रा और रपट मुंशी ओमप्रकाश मिलकर पूरा वसूली का सिंडीकेट चला रहे हैं। इसके साथ ही पीड़ितों ने कहा कि वद जहां रहते हैं उसके 10 किमी. के दायरे में ड्यूटी करना चाहते हैं। सिर्फ इसके लिए भी मोटी वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं छह महीने अभी पूरे नहीं हुए हैं और ट्रांसफर लिस्ट तैयार होने लगी है। लोगों से वसूली करके मनचाही पोस्टिंग का खेल शुरू हो गया है। पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश कानपुर डायल 112 पुलिस पर इस तरह के आरोप लगने के बाद पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने आरोप की जांच करने जिम्मेदारी DCP मुख्यालय रवीना त्यागी को दी है। इसके साथ ही उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि जांच त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से हो ताकि सही एवं प्रभावी कार्रवाई अविलम्ब की जा सके।