अयोध्या का होगा सीमा बिस्तार,गोंडा और बस्ती जिले के 343 गांव होंगे शामिलअयोध्या का होगा सीमा बिस्तार ,गोंडा और बस्ती जिले के 343 गांव होंगे शामिल
अयोध्या.
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर ( निर्माण के साथ ही जिले को भव्यता देने के लिए अयोध्या नगर निगम सीमा का विस्तार किया जाएगा. इसी क्रम में अयोध्या नगर निगम में अयोध्या के साथ ही गोंडा और बस्ती जिले के 343 गांव शामिल किए जाएंगे. इसमं अयोध्या जनपद के 154 गांव, गोंडा के 63 गांव और बस्ती के 126 गांव अयोध्या नगर निगम में शामिल किए जाएंगे.
कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार
दरअसल अयोध्या जनपद की सीमा से 8 किलोमीटर की परिधि में गोंडा और बस्ती के गांव अयोध्या नगर निगम में समायोजित किए जाने की योजना है. अयोध्या विकास प्राधिकरण ने यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश शासन को भेज दिया है. प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा. कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण अयोध्या के डेवलपमेंट के प्रक्रिया शुरू करेगा.
गोंडा के नवाबगंज और बस्ती के विक्रमजोत ब्लॉक के गांव शामिल
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत तौर पर शामिल होकर अयोध्या को सांस्कृतिक व आर्थिक रूप से विकसित की जाने की मंशा जाहिर की थी. प्राचीन अयोध्या के सुंदरीकरण के साथ ही आसपास के क्षेत्र को विकसित करने को लेकर जल्द ही अयोध्या के विकास संबंधी योजना का खाका तैयार किया जा रहा है. अयोध्या नगर निगम गोंडा में नवाबगंज, बस्ती के विक्रमजोत ब्लॉक के गांव शामिल किए जा रहे हैं. सरयू नदी से लगे हुए 8 किमी की परिधि में जुड़ने वाले गांव को पर्यटन हब बनाये जाने की योजना है. इसके साथ ही प्राइवेट क्षेत्र में भी इन जमीनों को दिया जाएगा ताकि अयोध्या को पर्यटन की दृष्टि से और विकसित किया जा सके.
कुल 343 गांव होने हैं शामिल
अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव आरपी सिंह ने बताया कि अयोध्या, बस्ती व गोंडा के 343 गांवों को अयोध्या नगर निगम में शामिल करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. कुछ त्रुटियां थीं, उन्हें भी सही करके फिर शासन को भेज दिया गया है. कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद प्राधिकरण डेवलपमेंट पर काम करना शुरू कर देगा. अभी अयोध्या की पौराणिक सरयू नदी अयोध्या की सीमा कहलाती थी. अगर बस्ती और गोंडा के ये गांव अयोध्या नगर निगम में शामिल होते हैं तो सरयू नदी पूर्ण रूप से अयोध्या में होगी. अयोध्या सरयू नदी के दोनों तरफ डेवलपमेंट होने से पौराणिक सरयू नदी अयोध्या के बीचों-बीच से गुजरती नजर आएगी.