न्याय के लिए आगामी 2 मई को होगा मोस्ट का प्रदर्शन
संवैधानिक मंशा के अनुरूप मोस्ट कल्याण के लिए संघर्ष करेंगे : श्यामलाल
सुलतानपुर। आज दिनाँक 10-04-2023 को “निषाद भवन” विनोवापुरी स्थित मोस्ट कार्यालय में आगामी 2 मई के महाप्रदर्शन की तैयारी व समीक्षा के अनुक्रम में मीटिंग हुई।
मीटिंग में मोस्ट पदाधिकारियों को पुलिस-प्रशासन के सौतेले व्यवहार और महाप्रदर्शन के औचित्य से जन-जन तक अवगत कराने की जिम्मेदारी सौंपी गयी।
उल्लेखनीय है कि मोस्ट कल्याण संस्थान ने विगत महीने दिए गए ज्ञापन/मांग पत्रों की अधूरी मांगों को पूरा करवाने के लिए जिलाधिकारी, सुलतानपुर के समक्ष आगामी 02 मई 2023 को महाप्रदर्शन का निर्णय लिया है।
उक्त अवसर पर मोस्ट डायरेक्टर शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि भारतीय संविधान का अनु. 14 सभी नागरिकों को विधि के समक्ष समता और समान संरक्षण की गारंटी देता है किन्तु विगत महीनों से मोस्ट पिछड़े समाज पर शोषण-अत्याचार, भेद-भाव बढ़ता ही जा रहा है, पिछडों के कल्याण के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में पात्रों को अपात्र घोषित करने का भ्रष्टाचार चरम पर है! पुलिस-प्रशासन न्याय देने के बजाय उल्टे पीड़ितों को ही प्रताड़ित कर रहा है ऐसे हालात में हम मोस्ट वाले चुप-चाप भेद-भाव, अन्याय-अत्याचार सहने के बजाय संवैधानिक मंशा के अनुरूप न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।
इस अवसर पर मोस्ट जिला संयोजक जीशान अहमद, जिला सह संयोजक फौजी संतोष सोनकर, राकेश निषाद, जनरल सेक्रेटरी राम उजागिर यादव, से.नि. शिक्षक डॉ. कमालुद्दीन, से.नि. ए.डी.ओ. भारत राम, से.नि. लेखाकार राम जतन बौद्ध, शिक्षक राजेश कनौजिया, सन्तराम निषाद, शिक्षक आलिफ फहमी, मोस्ट रक्षक दल कैप्टन इरफान अली सिद्दीकी, अमित बौद्ध, रोहित निषाद, अरविंद निषाद, राजभान निषाद, वासुदेव निषाद, राम अचल कनौजिया, राम अंजोर कनौजिया, राजेंद्र निषाद सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।