विद्युत मीटर हजम कर गए परीक्षण खंड के अभियंता!
-बन गए सीलिंग प्रमाणपत्र, कंप्यूटर में भी हुआ दर्ज
- कर्मचारियों का अजब-गजब कारनामा, पांच मीटर गायब सुलतानपुर । मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अभियंता विद्युत मीटर को हजम कर गए और डकार भी नहीं लिए। सुनने में यह भले ही अजीब लगेगा, लेकिन यह कारनामा विद्युत परीक्षण खंड सुलतानपुर ने करके दिखाया है। पांच उपभोक्ताओं के यहां लगने वाले नए मीटर गायब हो गए, इतना ही नहीं उन्हें कागजों पर लगा दिखाकर सीलिंग प्रमाणपत्र भी बना दिया गया। मामला खुलने पर जिम्मेदार अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।
प्रकरण विद्युत परीक्षण खंड से जुड़ा है। शहर के पांच उपभोक्ताओं के यहां एक किलो वाट का कनेक्शन है, जहां मीटर नहीं लगे थे। इनके यहां मीटर लगाए जाने थे,विभाग से नए मीटर रिलीज हुए, लेकिन उपभोक्ताओं के घरों तक नहीं पहुंचे। कागज में मीटर लगा कर पांच मीटर गायब कर दिए गए। जिन उपभोक्ताओं के मीटर लगने थे, उनमें सिरवारा रोड निवासी यश बहादुर सिंह जिनकी एकाउंट आईडी 1372272000 और मीटर नंबर 1677043 है। सीताकुंड निवासी पूजा सिंह एकाउंट आईडी 7826082000 मीटर नंबर 1677045 है। अमहट निवासी शायरा बानों एकाउंट आइडी 2904382000 मीटर नंबर 1677044। इनके अलावा सिविल लाइन निवासी सुमन आनंद जिनकी एकाउंट आइडी 2051772000 और मीटर नंबर 1677041 है। इन सभी के यहां मीटर लगाए जाने थे। इसके अलावा सबसे अजीबो गरीब मामला गल्ला मंडी स्थित उपभोक्ता ओमप्रकाश जिनकी एकाउंट आइडी 8089972000 और मीटर नंबर 1677042 है। इनका घर भी बिक चुका है, इन सभी उपभोक्ताओं के घरों के लिए परीक्षण खंड से नए मीटर चले, लेकिन घरों तक नहीं पहुंचे। सबसे बड.ा खेल परीक्षण खंड कार्यालय में खेला गया। यह सभी पांचों कनेक्शन एक किलो वॉट के हैं। इनके मीटर सितंबर 2022 को कागज पर बदल दिए गए। 352 नंबर की सीलिंग बुक में सभी उपभोक्ताओं के सीलिंग प्रमाण पत्र भी बना दिए गए। सीलिंग प्रमाणपत्र वह दस्तावेज है जो तीन प्रतियों में बनाया जाता है, जिसकी एक प्रति उपभोक्ता तक पहुंचती है। इस प्रमाणपत्र पर टीजीटू अथवा अवर अभियंता के हस्ताक्षर होते हैं। सूत्रों के मुताबिक सीलिंग प्रमाणपत्रों पर अवर अभियंता नगर के हस्ताक्षर हैं, बताया जाता है कि इसमें लंबा मैनेज हुआ है। प्रकरण का खुलासा हुआ तो परीक्षण खंड में हड़कंप मच गया, लेकिन इस मुद्दे पर कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं है। इस संबंध में अधिशासी अभियंता एके सिंह तोमर ने यह जरूर कहा कि यह मामला उनके यहां आने से पूर्व का है, लेकिन यह याद दिलाने पर कि विभागाध्यक्ष होने के नाते जांच की जिम्मेदार उनकी बनती है तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहाकि देखा जाएगा। दोषियों पर होगी कार्रवाई-अधीक्षण अभियंता
सुलतानपुर। अधीक्षण अभियंता राकेश प्रसाद का कहना है कि प्रकरण उनकी जानकारी में नहीं है। उन्होंने कहाकि यदि ऐसा हुआ है तो गंभीर विषय है। उन्होंने माना कि विभाग के कुछ कर्मचारी और उनसे जुड़े निजी कर्मी विद्युत चोरी और हेराफेरी में लिप्त हैं। जिसकी जांच होना आवश्यक है। उन्होंने कहाकि ऐसे लोगों पर उनकी कड.ी निगाह है। सीलिंग बुक को मंगवाकर वे पूरे प्रकरण की जांच करवाएंगे, जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।