यूपी के सभी जिलों में प्रशिक्षित वैक्सीनेटर्स के माध्यम से कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (मॉक ड्रिल) मंगलवार को शुरू हाे गया। इस दौरान वाराणसी में तैयारियों की पोल उस समय खुली जब कर्मचारी वैक्सीन को साइकिल पर लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां पर वैक्सीन रखे जाने की बात कही जा रही है हालांकि वहां पुलिस की तैनाती जरूर की गई थी लेकिन वैक्सीन को अस्पताल तक पहुंचाने की पूरी तैयारी नहीं की गई। चौकाघाट कोरोना वैक्सीन केंद्र से वैक्सीन महिला अस्पताल साइकिल से पहुंचाई गई। वहीं महिला अस्पताल में जब वैक्सीन पहुंची तो वहां भी तैयारी नहीं थी। वैक्सीन आने के बाद वहां पर मेज आदि व्यवस्थित किए गए।
यह सिर्फ मॉकड्रिल :
हर जिले में 6-6 स्थानों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन आयोजित हो रहे हैं। ड्राई रन के दौरान किसी को भी कोई वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया जा रहा है। इसके बाद बावजूद कई जिलों में अलग-अलग अव्यवस्था देखने को मिली। ड्राई रन सही प्रकार से हो और कहीं किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए वर्कशॉप कराई गई थी। कोल्ड चेन से लेकर स्टोरेज व वैक्सीन के मूवमेंट तक की पल-पल जानकारी रखी जाने की बात थी ताकि जब वैक्सीनेशन शुरू हो तो वह पूरी तरह से त्रुटि रहित रहे। आज के ड्राई रन में अलग-अलग सत्र में अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जिसमें पांच टीकाकरण कर्मी तथा 25 -25 टीका लगवाने वाले लाभार्थी शामिल हैं।