उत्तर प्रदेश के बहराइच तहसील के अधिवक्ताओं ने एसडीएम के खिलाफ निकाला मोर्चा, स्थानांतरण की मांग
मोतीपुर तहसील के अधिवक्ताओं ने शनिवार को एसडीएम के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन और बैठक किया। सभी ने कहा कि एसडीएम द्वारा कामचोरी की जा रही है। पेश कार की तैनाती न करके एक संग्रह अमीन से सभी काम के लिए अवैध वसूली कराई जा रही है। एसडीएम का स्थानांतरण न होने पर सभी अनिश्चित कालीन कोर्ट के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
तहसील मोतीपुर में कार्यरत उपजिलाधिकारी की कार्यशैली को लेकर अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश है। शनिवार को आदर्श बार एसोसियेशन मिहींपुरवा के बैनर तले आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं ने एसडीएम पर न्यायालय कार्यों का संचालन काफी समय से न किए जाने एंव अमानवीय व्यवहार करने तथा कार्यालय में अवांक्षित व्यक्तियों से अवैध वसूली के साथ साथ एसडीएम पर अनेक अविधिक गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। आदर्श बार एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि उपजिलाधिकारी अपने कार्य के प्रति उदासीन है तथा न्यायालय कार्यों के संचालन में भी लापरवाही बरती जा रही है। जिसके कारण तहसील आने वाले ग्रामीणों को काफी असुविधा हो रही है।
उन्होने कहा कि तहसील में जारी अवैध वसूली व एसडीएम के अमानवीय कृत्य व्यवहार से आहत होकर समस्त अधिकता उपजिलाधिकारी के स्थानांतरण होने तक अनिश्चितकालीन कोर्ट का बहिष्कार करेंगे। बैठक और प्रदर्शन में अधिवक्ताओं ने तहसील में जारी अवैध वसूली को लेकर उपजिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी पर निशाना साधा है।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि उपजिलाधिकारी न्यायालय कार्यालय पर कोई भी पेशकार कार्यरत नहीं है। ऐसे में संग्रह विभाग के एक कर्मचारी को अवैध वसूली के लिए लगाया गया है।
एसडीएम से नाराज अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी के स्थानांतरण होने तक न्यायालय कार्य के बहिष्कार की घोषणा की है। इस मामले में उपजिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी के सीयूजी और पर्सनल नंबर पर फोन लगाया गया, लेकिन उनका कोई भी नंबर नहीं मिल सका। दोनों नंबर नॉट रीचबल बताता रहा। दूसरी बार तहसील में मिली तैनाती
विवादों से नाता रखने वाले उपजिलाधिकारी मोतीपुर ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी दो वर्ष पूर्व तहसील में तैनात हुए थे। उनके स्थान पर कीर्ति प्रकाश भारती को तैनाती दी गई। छह माह पूर्व पुनः ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने अपनी तैनाती दूसरी बार तहसील में करवा ली। लोगों की मानें तो नव सृजित तहसील में जमकर घोटाला किया जा रहा है। जिस पर अधिकारियों की नजर नहीं जा रही है।