जिलाधिकारी फतेहपुर की गाय को स्पेशल ‘ट्रीटमेंट’देने वाले मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सस्पेंड, जानें पूरा मामला
जब सरकारी आदेश का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया.
जब सरकारी आदेश का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया.
फतेहपुर. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर डीएम की गाय का इलाज कराने के लिए पशु डॉक्टरों की ड्यूटी लगाने वाले पशु चिकित्सा अधिकारी एसके तिवारी को शासन ने रविवार देर शाम निलंबित कर दिया है. डीएम अपूर्वा दुबे का आरोप है कि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एसके तिवारी ने सुनियोजित तरीके से मेरी छवि धूमिल करने के लिए 9 जून को एक पत्र जारी किया था. जिसमें सोमवार से लेकर रविवार तक सात पशु चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई थी. वहीं आदेश में यह भी कहा गया था कि हर रोज सुबह-शाम डीएम अपूर्वा दुबे की गाय का इलाज करेंगे. इतना ही नहीं पत्र वायरल करने का भी आरोप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी पर ही लगा है. जब सरकारी आदेश का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया.
वहीं, इस मामले में अब डीएम अपूर्वा दुबे का बयान सामने आया है. डीएम अपूर्वा दुबे ने अपने बचाव में सारा ठीकारा सीवीओ और डिप्टी सीवीओ पर फोड़ते हुए कहा कि इन दोनों अधिकारियों ने अनुशासनहीनता की परिकाष्ठा की सभी हदें पार कर दी हैं. डेढ़ साल के मेरे कार्यकाल में इनकी कई खामियां सामने आई हैं. मेरी छवि को धूमिल करने के लिए सुनियोजित तरीके से मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी 544 डाक नंबर से खुद ही लेटर जारी करते हैं और अगले ही दिन डाक नंबर 545 से इस लेटर को खुद ही निरस्त कर देते हैं. इस मामले में सीवीओ और डिप्टी सीवीओ के खिलाफ मैंने निलंबन के लिए पत्र लिखा है. इसके साथ डीएम अपूर्वा दुबे ने कहा,’ मैं यह भी स्पष्ट रूप में कहना चाहती हूं कि मेरा व मेरे परिवार में किसी ने गाय नहीं पाल रखी है.’
7 डॉक्टरों की लगाई थी इमरजेंसी ड्यूटी
बता दें कि फतेहपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी संदीप तिवारी ने 9 जून को एक पत्र जारी किया था. उन्होंने अपने आदेश में डीएम साहिबा की बीमार गाय की देखभाल के लिए 7 पशु चिकित्सा अधिकारियों की इमरजेंसी ड्यूटी लगाई थी, जिसमें जिले के डॉ. मनीष अवस्थी पशु चिकित्सा अधिकारी भिटौरा, डॉ. भुवनेश कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी ऐरायां, डॉ. अनिल कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी उकाथू, डॉ. अजय कुमार दुबे पशु चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर, डॉ. शिव स्वरूप पशु चिकित्सा अधिकारी मलवां, डॉ. प्रदीप कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी असोथर और डॉ.अतुल कुमार पशु चिकित्सा अधिकारी हसवा का नाम शामिल था. इसके साथ ही सीवीओ ने सुबह-शाम देखभाल करने एवं शिथिलता बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी.