मुख्य मंत्री योगी के सख्त निर्देश :जनसुनवाई से गैरहाजिर डीएम-एसपी पर होगी कड़ी कार्रवाई
सीएम योगी के सख्त निर्देश : मेरिट के आधार पर हो थानों में तैनाती, जनसुनवाई से गैरहाजिर डीएम-एसपी पर होगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अफसर खुद बाहर निकलें और आकस्मिक निरीक्षण करें। उन्होंने अपराधियों के साथ साठगांठ रखने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। पिछली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी निर्देश दिए जा चुके है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों में जनसुनवाई में डीएम-एसपी की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी स्थिति पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एक अक्तूबर को गैरहाजिर मिले सभी जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए हैं। वे शनिवार रात अपने आवास पर जनसुनवाई प्रणाली (आईजीआरएस) व ‘1076 सीएम हेल्पलाइन’ के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कानून-व्यवस्था, धान खरीद, संचारी रोग, निराश्रित गो आश्रय स्थलों सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
उन्होंने आईजीआरएस प्रणाली और सीएम हेल्पलाइन के तहत जनसुनवाई और जनसमस्याओं के समाधान में रुचि न लेने वाले डीएम व एसपी को कार्य प्रणाली में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को समय से कार्यालय पहुंचने और रोजाना निर्धारित समय पर जनसुनवाई करने का निर्देश दिया। कहा, जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी अधिकारी संवेदनशीलता, अनुशासन व गरिमा का परिचय देते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत प्रत्येक जिले में 1000 लाभार्थियों को टूलकिट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
समस्या समाधान के लिए लोगों का लखनऊ आना ठीक नहीं
सीएम ने कहा कि लोगों को शिकायतों के निस्तारण के लिए राजधानी लखनऊ आना पड़ता है, यह स्थिति ठीक नहीं है। आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का मिलना दर्शाता है कि स्थानीय व विभागीय स्तर पर समस्याओं के समाधान में रुचि नहीं ली जा रही है। कार्यवाही हो भी रही है, तो उससे शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि कार्यवाही का निस्तारण तभी माना जाएगा जब शिकायतकर्ता संतुष्ट हो जाए।