जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला अनुश्रवण समिति मध्यान्ह भोजन योजना की जनपद स्तरीय टास्कफोर्स समिति की बैठक हुई आयोजित।
जिलाधिकारी महोदया द्वारा 14 परिषदीय विद्यालयों में निर्माणाधीन एस्ट्रो लैब को गुणवत्तायुक्त व ससमय कार्य पूर्ण कराने के दिये गये निर्देश। सुलतानपुर 28 अगस्त/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अनुश्रवण समिति मध्यान्ह भोजन योजना की जनपद स्तरीय टास्कफोर्स समिति की बैठक मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के साथ आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित बिन्दुओं के अतिरिक्त बेसिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के यूनीफार्म, खान-पान, टायलेट की साफ-सफाई तथा निर्माण, स्मार्ट क्लासेज बनाने, निर्माणाधीन एस्ट्रो लैब की प्रगति आदि की गुणवत्ता सुधार हेतु अतिरिक्त प्रयास किये जाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
बैठक में जिलाधिकारी महोदया द्वारा 05 खण्ड शिक्षा अधिकारियों तथा 03 डीसी के विभिन्न कारणों से अनुपस्थित होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगली बैठक में यदि कोई अनुपस्थित रहा तो उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी महोदया द्वारा सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन ग्रहण करने के लिये बच्चों को मेज व कुर्सियां उपलब्ध करायी जाय, कोई भी छात्र/छात्रा फर्श पर बैठकर भोजन न करें। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को प्रोत्साहित किया जाय कि वे स्कूल में उपलब्ध कराये गये बर्तन में ही भोजन ग्रहण करें। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी विद्यालयों के परिसर में किचेन गार्डेन विकसित किया जाय तथा उसमें हरी सब्जियां उगाई जाय, जो मध्यान्ह भोजन में बच्चों को उपलब्ध हो सके।
जिलाधिकारी महोदया द्वारा जनपद में नई पहल के अन्तर्गत कुल-19 चिन्हित विद्यालयों में स्ट्रोनाॅमी लैब बनाने की कार्ययोजना में के सम्बन्ध में अवगत कराया कि 14 विद्यालयों में एस्ट्रो लैब बनाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी पहल है, इससे परिषदीय विद्यालयों के छात्र/छात्राओं को खगोल विज्ञान के बारे में जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि एस्ट्रो लैब के निर्माण को गुणवत्तापूर्ण व ससमय कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी महोदया द्वारा सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों से किसी भी प्रकार की समस्या के बारे में पूछा गया, तो खण्ड शिक्षा अधिकारी दूबेपुर द्वारा अवगत कराया गया कि बाहरी प्रदेशों से आने वाले बच्चों (जैसे- ईट भट्ठों पर काम करने वाले कामगारों के बच्चे) का आधार कार्ड या निवास प्रमाण पत्र स्थानीय न होने के कारण स्कूलों में नामांकन होने में कठिनाई आ रही है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदया द्वारा कहा गया कि ऐसे बच्चों की सूची उपलब्ध करा दें, जिससे सम्बन्धित तहसीलदार से सम्पर्क कर पहचान पत्र बनवाया जा सके।