सुलतानपुर 17 फरवरी/ मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स द्वारा अधिशाषी अभियन्ता, लघु सिचाई कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया।
सुलतानपुर 17 फरवरी/ मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स द्वारा अधिशाषी अभियन्ता, लघु सिचाई कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय राजीव कुमार मिश्र, अधिशाषी अभियन्ता अनुपस्थित थे। दूरभाष पर वार्ता करने पर यह अवगत कराया गया कि उनके द्वारा दो दिन (दिनांक 15 व 16-02-2021) का आकस्मिक अवकाश लिया गया था तथा वे रास्ते में है, परन्तु निरीक्षण समाप्ति 01ः15 बजे अपरान्ह होने तक कार्यालय में उपस्थित नही हुये। अतएव कारण बताओ नोटिस निर्गत करने हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने सर्वप्रथम उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। कार्यालय में 4 कर्मचारी पूर्णकालिक है तथा 2 JE व 1 div accounts officer के पास दो जगह का कार्यभार है। समय 10ः40 बजे तक अरविन्द कुमार मिश्र, क0स0 अनुपस्थित थे। अतः इनका वेतन अदेय करते हुये कारण बताओ नोटिस निर्गत करने हेतु निर्देशित किया गया। माह फरवरी 2021 में आकस्मिक अवकाश 02 कर्मचारियों द्वारा लिया गया था। आकस्मिक अवकाश पंजिका के अवलोकन करने पर यह पाया गया कि उक्त पंजिका में दोनो कर्मचारियों का अवकाश अंकित नही किया गया था और न ही अवकाश प्रार्थना पत्र अधिशाषी अभियन्ता द्वारा स्वीकृत किये गये थे। कार्यालय में किस कर्मचारी/अधिकारी द्वारा कहां बैठ कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जायेगा, वह स्थान इंगित नही है तथा ऐसे कर्मचारी, जिनके पास मुख्यालय के साथ-साथ ब्लाक स्तरीय चार्ज है, उनका मुख्यालय अथवा ब्लाक में उपस्थित होने का रोस्टर अंकित नही था। अधिशाषी अभियन्ता का Toilet बहुत गन्दा था। कार्यालय भवन के निरीक्षण में यह पाया गया कि एक कमरे का प्रयोग कूड़ेदान के रूप में किया जा रहा था, जिसमें पुराने अभिलेख व चाय के कप पड़े हुये थे। यह स्पष्ट है कि कार्यालयाध्यक्ष की उदासीनता एवं अनुशासनहीनता का असर कार्यालय के कर्मचारियों व उसके रख-रखाव पर, देखा जा सकता है। पूरे परिसर में कहीं भी साफ-सफाई नही थी। चलायी जा रही योजनाओें के बारे में पूछा गया, जिस सम्बन्ध में वरिष्ठ सहायक श्री दिनेश कुमार उपाध्याय द्वारा अवगत कराया गया कि जिला निधि योजनान्तर्गत 01 चेकडैम का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसकी पत्रावली मांगने पर यह अवगत कराया गया कि उक्त पत्रावली अवर अभियन्ता श्री अजय कुमार की आलमारी में है। सहायक अभियन्ता व अवर अभियन्ता को बुलाया गया तथा पत्रावली के अवलोकन पर यह स्पष्ट हुआ कि दिनांक 11-02-2021 को उक्त कार्य हेतु निविदा खोल कर L-1 का चयन हो चुका है, परन्तु आज दिनांक 17-02-2021 तक भी अनुबन्ध नही हो पाया है। यह घोर लापरवाही का परिचायक है, क्योकि इस कार्य को 01 माह में, 31 मार्च तक हीं पूर्ण कर लिया जाना है। पत्रावली में चयनित स्थल के परिपेक्ष्य में संयुक्त स्थलीय निरीक्षण भी नही लगा था जिस ये यह स्पष्ट हो कि निर्माण हेतु भूमि की पर्याप्त उपलब्धता है। सहायक अभियन्ता लघु सिचाई से यह पूछने पर कि जिला स्तरीय तकनीकी समन्वय समिति की बैठक आखिरी बार कब की गयी थी, के सम्बन्ध में यह अवगत कराया गया कि वर्ष 2019 के पश्चात वर्ष 2020 में कोई बैठक नही की गयी है, जबकि इस बैठक को नियमानुसार सदस्य सचिव अधिशाषी अभियन्ता लघु सिचाई द्वारा कराया जाना चाहियें।
प्रधानमन्त्री कृषि सिचाई योजना के अन्तर्गत प्राप्त लक्ष्य 1245 निःशुल्क बोरिंग तथा 50 मध्यम गहरी बोरिंग के प्रगति की समीक्षा की गयी। यह अवगत कराया गया कि केवल 03 विकास खण्ड कादीपुर, दोस्तपुर व बल्दीराय में ही उक्त योजना का संचालन किया जा रहा है तथा निःशुल्क बोरिंग हो चुकी है। उक्त बोरिंग की स्थलवार फोटोग्राफ पत्रावली में नही थी, जिसे लगाने हेतु निर्देशित किया गया। यह पूछने पर कि क्या अनुदान की धनराशि दी जा चुकी है, कोई सन्तोषजनक उत्तर नही दिया जा सका। सहायक अभियन्ता, लघु सिचाई को निर्देशित किया गया कि ग्राम पंचायतवार निःशुल्क बोरिंग के लाभार्थियों की सूची अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध करायें, जिसकी जिला स्तरीय अधिकारियों से जांच करायी जा सके। कार्यालय में निःशुल्क बोरिंग हेतु उपलब्ध कराये गये HDPE पाइप रखे हुये थे, जो उक्त योजना की पत्रावली के अनुसार ISI Mark होने चाहिये थे, परन्तु कोई ऐसा ISI Mark इन सैम्पल पाइप पर नही था। इस सम्बन्ध में सहायक अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि पाइप सप्लाई हेतु वेन्डर का पंजीकरण एवं परीक्षण अधिशाषी अभियन्ता के द्वारा किया जाता है तथा इसकी गुणवत्ता की पूर्ण जिम्मेदारी अधिशाषी अभियन्ता की होती है एवं इसके रेट जिला स्तरीय समिति द्वारा तय किये जाते है, जो आखिरी बार वर्ष 2018 में किये गये थे। योजना में अधोमानक सामग्री का प्रयोग तो नही कर लिया गया है तथा पाइप ISI Mark है या नही, इस सम्बन्ध में अधिशाषी अभियन्ता अपनी आख्या 03 दिवस में प्रस्तुत करेंगे। इसके पश्चात लघु सिचाई स्टोर का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान उमाशंकर पटेल, जिनके पास स्टोर का चार्ज है द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हें 02 वर्ष पूर्व स्टोर का चार्ज प्राप्त हुआ है। स्टोर में काफी निष्प्रयोज्य सामग्री रखी हुई है, जिसकी नियमानुसार नीलामी की कार्यवाही कराने के निर्देश दिये गये। यह पूछने पर की योजनाओं की गत समीक्षा बैठक अधिशासी अभियंता द्वारा कब ली गयी थी, कोई उत्तर नही दिया जा सका और न ही बैठक की कोई कार्यवृत दिखाई जा सकी। शासकीय कार्य के प्रति गंभीर न होना लापरवाही का घोतक है जिसके लिए स्पस्टीकरण हेतु निर्देशित किया गया।
——————————————