यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का बदलेगा रंग, पहली बार सिक्योरिटी कोड, छात्र पढ़ लें जरूरी दिशा-निर्देश
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इस बीच अब हाईस्कूल (10th) और इंटरमीडिएट (12th) की परीक्षा में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब कॉपियों पर सिक्योरिटी कोड के साथ कॉपियों का रंग भी बदला नजर आएगा. प्रशासन को उम्मीद है कि ऐसा करने से कॉपियों की हेराफेरी पर लगाम लग जाएगी. यूपीएमएसपी की ओर से इस संबंध में लखनऊ और गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में निर्देश पहले ही भेज दिए गए हैं. यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का बदलेगा रंग, पहली बार सिक्योरिटी कोड बोर्ड ने कॉपियों की सुरक्षा को लेकर इस वर्ष दो बदलाव किए हैं. इस साल कॉपियां दो रंग में होंगी. हाईस्कूल ‘अ’ लाल डार्क रंग और हाईस्कूल ‘ब’ मैजेंटा पिंक डार्क रंग की होगी. वहीं इंटरमीडिएट की ‘अ’ वायलेट डार्क रंग और ‘ब’ ब्राउन डार्क रंग की आंसर कॉपी दी जाएंगी. अभी तक इंटर की कॉपियों के ऊपर की लिखावट लाल और हाईस्कूल में हल्के नीले रंग से होती थी. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिक्योरिटी कोड हर कॉपी में लगा होगा. इससे कॉपियां नहीं बदली जा सकेंगी. कॉपियां सिली हुई देने की व्यवस्था की जा रही है. बोर्ड परीक्षा से पहले बदले कई नियम यूपी बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू हो रही हैं, जिसे लेकर बोर्ड और पुलिस-प्रशासन काफी सतर्क है. नियमों में बदलाव के साथ ही समय-समय पर नए निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं. बोर्ड ने ‘अ’ और ‘ब’ उत्तर पुस्तिकाओं का रंग बदलने के साथ ही परीक्षार्थियों के लिए कॉपियों के हर पन्ने पर अनुक्रमांक के साथ ही उत्तर पुस्तिका क्रमांक लिखना भी अनिवार्य कर दिया है, जिससे उत्तर पुस्तिकाओं के पन्नों की बदलने की गुंजाइश खत्म हो जाएगी. सोशल मीडिया उत्तर पुस्तिकाओं के बदले जाने की समस्या से मिलेगा छुटकारा इस बार की बोर्ड परीक्षा को लेकर प्रशासन पहले से भी अधिक अलर्ट नजर आ रहा है, यही कारण है कि समय-समय पर नए निर्देश जारी किए जा रहे हैं. कॉपी के ऊपर अनुक्रमांक के साथ-साथ उत्तर पुस्तिकाओं की क्रमांक लिखने के पीछे बोर्ड की मंशा है कि कॉपियों के पन्नों के साथ-साथ पूरी कॉपियों के बदलने की जो शिकायत समय-समय पर मिलती थी, वह अब खत्म हो जाएगी. इससे पहले कई बार परीक्षाओं में ऐसे मामले आए हैं, जिसमें विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के पन्ने या पूरी उत्तर पुस्तिका ही बदल दी गई है, जिसको ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने यह निर्देश जारी किया है.