उत्तर प्रदेश में सात मुकदमें दर्ज हैं अब्बास के खिलाफ,जमानत रद्द कराने की तैयारी एक हेट- स्पीच का मुकदमा
अब्बास के खिलाफ दर्ज अन्य मामलों की जामनत पर असर डालेगा हेट-स्पीच का मुकदमा
लखनऊ एक दिन पहले
अब्बास के खिलाफ दर्ज अन्य मामलों की जामनत पर असर डालेगा हेट-स्पीच का मुकदमा
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास ने अखिलेश यादव के नाम पर अधिकारियों को धमकी देने वाले बयान पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मऊ एसएसपी ने इसके लिए लखनऊ व गाजीपुर कमिश्नर को पत्र लिखकर उनके यहां दर्ज मामलों में मऊ की घटना व मुकदमें को संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई का पत्र तक लिख दिया है। जहां इसको कुछ लोग सामान्य प्रक्रिया कह रहे हैं। वहीं राजनैतिक व पुलिस महकमें में इसको पुलिस का दांव-पेच बताते हुए जल्द ही अब्बास पर बढ़ी कार्रवाई की तैयारी बता रहे है। अब्बास ने चुनाव के दौरान एक जनसभा में कहा था कि सपा सरकार बनने पर पहले अधिकारियों का ‘हिसाब किताब’ होगा। उसी बयान को आधार बनाते हुए अब्बास पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
यूपी में सात मुकदमें दर्ज हैं अब्बास के खिलाफ, जमानत रद्द कराने की तैयारी
पुलिस सूत्रों के मुताबकि मुख्तार अंसारी की परंपरागत सीट मऊ सदर से अब्बास अंसारी जीत तो गए हैं, लेकिन पुलिस का हिसाब किताब करने का बयान उनको मंहगा पड़ेगा। इसके लिए विभाग ने उनके मऊ, गाजीपुर और मऊ में दर्ज मामलों में स्थानीय पुलिस को संज्ञान लेने का पत्र लिखा है। जिसमें मऊ में दर्ज मुकदमें का भी जिक्र है। जिसके आधार पर उनकी जमानत रद्द कराई जा सकती है। क्योंकि उनके भाषण से माहौल खराब होने की आशंका का जिक्र है। मऊ वाले केस में अब्बास के खिलाफ धारा 186 (सरकारी काम में बाधा डालना) धारा 189 (लोकसेवक को धमकी), धारा 153A (किसी वर्ग विशेष के खिलाफ बयान या अशांति का प्रयास) और धारा 120B (आपराधिक षड्यंत्र) बढ़ाई गई है। यह धाराएं उनके पुराने मामले में जमानत की शर्तों के खिलाफ हैं।
अब अब्बास नहीं पुलिस करेगी हिसाब-किताब
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस अधिकारियों व राजनैतिक लोग भी मऊ पुलिस के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने अब्बास के बयान के आधार पर किसी पुलिस कर्मी का तबादला न होने के लिए हाईकमान तक संदेश पहुंचाया है। उनका कहना है कि अब अब्बास नहीं पुलिस उसका हिसाब-किताब लेगी।
अब्बास के भाषण की वीडियो क्लिप हुई थी वायरल
चुनाव के दौरान मंच से संबोधित करते अब्बास अंसारी
चुनाव के दौरान मंच से संबोधित करते अब्बास अंसारी (वीडियों क्लिप से फाइल फोटो )।
3 मार्च को पहाड़पुर इलाके में अब्बास के भाषण की वीडियो क्लिप वायरल हुई थी। जिसमें अब्बास ने एक जनसभा के दौरान कहा था ”समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कहकर आया हूं कि छह महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी भइया। जो यहां है, यहीं रहेगा, पहले हिसाब किताब होगा। उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मुहर लगाया जाएगा।” अब्बास का वीडियो वायरल होते ही लखनऊ तक खलबली मची थी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसका संज्ञान लिया और अधिकारियों को अब्बास के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था।
अब्बास अंसारी पर दर्ज हैं सात मुकदमे
अब्बास अंसारी पर दर्ज मुकदमों की लिस्ट। – Dainik Bhaskar
अब्बास अंसारी पर दर्ज मुकदमों की लिस्ट।
लखनऊ महानगर थाना 431/ 19 – 419,420,467,468, 471, 30 आर्म एक्ट
लखनऊ हजरतगंज थाना 236/ 20 -120 बी, 420, 467,468,471, लोकसंपति निवारण अधिनियम
गाजीपुर शहर कोतवाली 689/20 – 120 बी, 420, 323, 356, 467, 468,471,474,417 आईपीसी
मऊ दक्षिणटोला थाना 27/22 – 171 जी, 188 आईपीसी, 133 लोक प्रतिनिधि अधिनियम
मऊ शहर कोतवाली 95/22 -188, 171 च आईपीसी
मऊ शहर कोतवाली 97/ 22 – 506, 171 एच, 153 ए, 186, 189, 120 बी
मऊ शहर कोतवाली 106/ 22 – 171 एच, 188, 341