गरीब की बेटी के विवाह की सहायता राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये करें- योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बच्चों और महिलाओं के हित के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर कम से कम एक महिला संरक्षण गृह और महिला शरणालय की स्थापना कराई जाए और इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता के साथ करें. उन्होंने गरीब की बेटी के विवाह के लिए सहायता राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किये जाने के लिए आवश्यक प्रबंध करने की हिदायत दी. सोमवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार यहां मंत्रिमंडल के समक्ष सामाजिक सुरक्षा सेक्टर के आठ विभागों की कार्ययोजना प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपरोक्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और बच्चों के सुपोषण के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को स्नातक स्तर पर मुफ्त शिक्षा देने के लिए कार्ययोजना तैयार करें और निर्माण श्रमिकों के बच्चों और निराश्रित बच्चों के लिए बन रहे 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन शुरू कराया जाए. योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड एवं सामान्य) के सहज क्रियान्वयन एवं सतत मॉनिटरिंग के लिए एमआईएस पोर्टल तैयार कराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह कार्य आगामी 100 दिन में करने का लक्ष्य रखें. मदरसा शिक्षा के आधुनिकीकरण के प्रयास को आगे बढ़ाते हुए अगले 100 दिनों में मदरसा शिक्षा मोबाइल एप विकसित कर इसे शुरू करने की तैयारी पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया और यह भी हिदायत दी कि मदरसा शिक्षा के पाठ्यक्रमों में भारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायकों, के बारे मै बताया जाय