20 हजार अभ्यर्थियों का यूपी टीईटी रिजल्ट रोका गया
20 हजार अभ्यर्थियों का रोका गया, सामने लिखा आ रहा है कोर्ट केस, जानें वजह
20 हजार अभ्यर्थियों का यूपी टीईटी रिजल्ट रोका गया
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2021) के नतीजे इसी महीने घोषित किए गए हैं। हालांकि अब इसमें नया विवाद सामने आया है। दरअसल सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 20 हजार अभ्यर्थियों का यूपीटीईटी 2021 का रिजल्ट जारी ही नहीं किया है। ऐसे में ये अभ्यर्थी अब असमंसज में हैं। इन अभ्यर्थियों के रिजल्ट के सामने कोर्ट केस लिखा आ रहा है। आखिर क्या है इसकी वजह और ये पूरा मामला क्या है, आइए जानते हैं।
20 हजार अभ्यर्थियों का 20 हजार अभ्यर्थियों का रोका गया
यूपी टीईटी रिजल्ट जिन 20 हजार अभ्यर्थियों का रोका गया है, उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) से डिप्लोमा इन एलिमेन्ट्री एजुकेशन (डीएलएड) परीक्षा पास की थी। टीईटी में शामिल इन अभ्यर्थियों के रिजल्ट के सामने कोर्ट केस लिखा आ रहा है।
पटना हाईकोर्ट के 2020 में आए आदेश के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने इस कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को टीईटी और शिक्षक भर्ती के लिए मान्य घोषित किया था। केंद्र सरकार ने निजी विद्यालयों में पढ़ा रहे अप्रशिक्षित शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के लिए एनआईओएस की ओर से डीएलएड प्रशिक्षण की व्यवस्था की थी। अब इसी पर विवाद है।
सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ऐसे अभ्यर्थियों का रिजल्ट घोषित करने की बजाय अब सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील करने जा रहे हैं। इसके लिे शासन से अपील करने की अनुमति मांगी गई है। यूपी में तकरीबन डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने एनआईओएस (NIOS) से 18 महीने का डीएलएड कोर्स किया है।
गौरतलब है कि यूपीटीईटी-2021 परीक्षा के प्राथमिक स्तर पर 4 लाख 43 हजार 598 परीक्षार्थी और उच्च प्राथमिक स्तर पर 2 लाख 16 हजार 994 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। नतीजे 8 अप्रैल को घोषित किए गए थे। हालांकि कई दिनों तक वेबसाइट ठीक तरीके से नहीं खुलने से अभ्यर्थियों को नतीजे देखने में परेशानी हो रही थी।
बताते चलें कि UPTET एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। इसमें पास होने वाले उम्मीदवार उत्तर प्रदेश के स्कूलों में प्राथमिक (कक्षा 1 से 5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) स्तर पर बतौर शिक्षक भर्ती के लिए पात्र हैं।