धान की फसल में यूरिया की टॉप ड्रेसिंग से कम लागत मे अधिक उत्पादन ले सकते है किसान : जिला कृषि अधिकारी

खरीफ 2025 में मुख्यतयः धान की फसलों में यूरिया की टॉप ड्रेसिंग का कार्य किसान भाइयों द्वारा अधिकाशतय कर लिया गया है। धान फसलों की अंतिम अवस्था में सुरक्षा के लिए संतुलित खाद, सही-सही समय पर सिंचाई, खरपतवारों से खेत को मुक्त रखना, और सही कीटनाशकों का छिड़काव करना महत्त्वपूर्ण है. इस चरण में अर्थात सितम्बर माह में यूरिया के प्रयोग से बचें क्योंकि इससे भूरा फुदका रोग लग सकता है. जो कि पौधों का रस चूसकर उन्हें सुखा देता है। फसल की लगातार निगरानी करें और आवश्यकतानुसार जैविक व रासायनिक दवाइयों का प्रयोग करें, खासकर पता लपेट और तना छेदक जैसें कीटों के बचाव के लिए खेतों से खरपतवारों को हटा दें और मेडों की सफाई करें, क्योंकि ये कीटों और रोगों के छिपनें का स्थान बनते हैं। जनपद में यूरिया के आवंटित लक्ष्य 42519 मी०टन के सापेक्ष सहकारिता निजी क्षेत्र में कुल 48181 मी०टन यूरिया प्राप्त हो चुकी है जो लक्ष्य का 113 प्रतिशत है। जनपद में अद्य दिनांक तक लगभग 5000 मी०टन यूरिया कृषकों में वितरण हेतु उपलब्ध है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि मृदा परीक्षण कराकर उसके अनुसार ही खेतों में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें वर्तमान में खेतों में नाइट्रोजन की पर्याप्त उपलब्धता है फिर भी किसान भाई अन्धाधुन्ध यूरिया का प्रयोग करनें से मृदा उर्वरता शक्ति एवं जल धारण क्षमता में कमी आ रही है, साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्वों का संतुलन भी विगड़ रहा है जिससे फसलों की उपज में कमी आना स्वाभाविक है। किसान भाइयों से अनुरोध है कि जनपद में यूरिया पर्याप्त है इसकी कमी को लेकर अनावश्यक अफवाहों से बचें तथा भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें, यूरिया के लिये अनावश्यक समितियों पर भीड न बढायें तथा यूरिया को रबी की फसलों हेतु डम्प करने से बचे। भविष्य में जनपद में यूरिया की आवक निरन्तर बनी रहेगी। जनपद के राजस्व विभाग, कृषि विभाग एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा लगातार क्षेत्र भ्रमण किया जा रहा है, जहाँ भी कहीं ओवररेटिंग अथवा कालाबाजारी की समस्या प्राप्त हो रही है सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। कृभको कंपनी की रैक लगी है जहों से सहकारी समितियों पर यूरिया का प्रेषण किया जा रहा है।
उर्वरक की उक्त समस्या के समाधान हेतु किसान भाइयों के लिये हेल्पलाइन नम्बर 9473702495 एवं 6388975658 पूर्व से जारी है अतः उक्त नम्बरों पर भी प्रातः 10 बजे से सायं 05 बजे तक अपनी शिकायत दर्ज कराकर तत्काल समाधान प्राप्त कर सकते हैं। जहां भी किसानो द्वारा समस्या से अवगत कराया जा रहा है, वहाँ तत्काल समस्या का समाधान कराया जा रहा है।