आयुक्त को बंद मिला एसडीएम और तहसीलदार का फोन
अंबेडकरनगर। जिले में सीयूजी नंबरों को लेकर व्याप्त मनमानी से गुरुवार को आयुक्त अयोध्या मंडल का सामना हो गया। टांडा एसडीएम और तहसीलदार का सरकारी नंबर बंद मिला। आयुक्त ने इस पर डीएम से बात कर इस स्थिति पर नाराजगी जताई। कहा कि कोई भी अधिकारी किसी भी स्तर का हो, उसे सीयूजी नंबर को लेकर जिम्मेदारी दिखानी होगी। निर्देश दिया कि इस तरह की पुनरावृत्ति रोकी जाए।सीयूजी नंबरों के प्रयोग को लेकर जिले के विभिन्न विभागों में चल रही मनमानी का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मिशन विजय न्यूज ने इस बारे में जनहित को देखते हुए विशेष अभियान चला रखा है। इसका संज्ञान लेते हुए डीएम सैमुअल पॉल एन ने सभी अधिकारियों को बीते दिनों निर्देशित किया था कि सीयूजी नंबरों पर आने वाली कॉल को अनिवार्य रूप से रिसीव किया जाए। डीएम के निर्देश पर सूचना विभाग के रूप में बिजली विभाग के सभी सीयूजी नंबर डालकर यह बताया गया कि इन नंबरों पर कोई भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।एक दिन पहले ही मीडिया में बिजली विभाग के 30 से अधिक सीयूजी नंबर रिसीव न होने की खबर प्रकाशित हुई थी। सूचना विभाग की पहल के बाद उम्मीद जगी थी कि स्थिति में सुधार होगा, लेकिन अभियंताओं से लेकर उपकेंद्रों को दिये गए सीयूजी नंबरों पर उपभोक्ताओं की बात हो पाना अभी भी चुनौती बनी हुई है।
इस बीच गुरुवार को आयुक्त अयोध्या मंडल रणदीप रिनवा को भी यहां चल रही लापरवाही रूबरू होना पड़ा। हुआ यह कि एक काम के सिलसिले में आयुक्त ने एसडीएम टांडा दीपक वर्मा से बात करनी चाही तो उनका सीयूजी नंबर स्विच ऑफ मिला। आयुक्त ने अपने स्टेनो से कहा कि तहसीलदार से बात कराई जाए। इस पर तहसीलदार वंशराज राम का सीयूजी भी स्विच ऑफ पाया गया।
आयुक्त ने इसके बाद डीएम को फोन मिलवाया। उनसे बात कर कहा कि सीयूजी को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं। यह स्थिति ठीक नहीं है। सभी अधिकारियों को कहा जाए कि वे अनिवार्य रूप से सीयूजी नंबर पर आने वाली प्रत्येक कॉल रिसीव करेंगे। यह सभी तरह के अधिकारियों पर लागू होगा। यदि बीएसएनएल की तरफ से कोई दिक्कत है तो उस पर काम कराया जाए। लेकिन यह नहीं हो सकता कि कई जगहों के टावर एक साथ ठप रहें। आयुक्त ने शासन की शीर्ष प्राथमिकता का हवाला देते हुए कहा कि सीयूजी को लेकर सजगता बरती जाए।
बोले तहसीलदार, एसडीएम का फोन नॉट रीचेबल
आयुक्त के फोन मिलाने का जिक्र तहसीलदार से किया गया तो उन्होंने बताया कि मेरे पास कोई फोन किया जा रहा था, ऐसी सूचना नहीं मिली है। कहा कि मैं सभी कॉल रिसीव करता हूं। कई बार नेटवर्क की दिक्कत रहती है। उस समय फोन मिलाने पर हो सकता है बात न हो पाए। उधर एसडीएम के सीयूजी पर रात 8.40 बजे, 8.45 बजे और 9.18 बजे फोन किया गया तो नॉट रीचेबल बताता रहा।सीयूजी को लेकर दिए निर्देश
सीयूजी नंबरों को लेकर कड़े निर्देश दिए गए हैं। इसमें कोई कोताही स्वीकार्य नहीं होगी। बीएसएनएल को टावरों को बेहतर बनाने के लिए पत्र फिर से भेजा जा रहा है जिससे नेटवर्क का संकट भी दूर हो सके।