जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आगामी 10 अगस्त से 28 अगस्त, 2023 तक चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान व एमडीए- मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान को सफल बनाने हेतु बैठक हुई आयोजित। सुलतानपु
सुलतानपुर 03 अगस्त/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में आगामी 10 अगस्त से 28 अगस्त, 2023 तक चलने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान व एमडीए- मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान को सफल बनाने हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों के साथ बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी महोदया द्वारा विभिन्न विभागों यथा- बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, सूचना विभाग, नगर विकास विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को निर्देशित किया गया कि सभी विभाग एकीकृत प्रयास करते हुए फाइलेरिया से सम्बन्धित दवा खाने हेतु प्रयास करें, जिससे लोग बिना भय के दवा का सेवन कर सकें। जिलाधिकारी महोदया द्वारा सभी सीडीपीओ को निर्देशित किया गया कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर फाइलेरिया से बचाव हेतु एल्बेंडाजोल आदि दवाईयाॅ वितरित करें तथा लोगों को दवा खाने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी विभाग एकीकृत प्रयास करते हुए फाइलेरिया उन्मूलन को सफल बनायें। जिलाधिकारी महोदया द्वारा जनपदवासियों से फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा खाने की अपील की गयी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया या हाथी पाव एक गम्भीर समस्या है, यह रोग मच्छर के काटने से फैलता है। फाइलेरिया हो जाने के बाद इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। इसके बचाव में दवा खाना ही इलाज है। फाइलेरिया से बचाव हेतु लोगों द्वारा निम्न उपाय करने की अपील की गयी।
लक्षणः-
किसी भी व्यक्ति में सामान्यतः फाइलेरिया के लक्षण संक्रमण के पांच से 15 वर्ष बाद दिखते हैं। इन लक्षणों में प्रमुख हैं कई दिनों तक रुक-रुक कर बुखार आना, शरीर में दर्द, लिम्फ नोड (लसिका ग्रंथियों) में सूजन जिसके कारण हाथ व पैरों में सूजन (हाथी पांव), पुरुषों में अंडकोष में सूजन (हाइड्रोसील) और महिलाओं में ब्रेस्ट में सूजन।
क्या करें
1. सामूहिक दवा सेवन यानि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) के तहत दवा अवश्य खाएं
2. दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रोगों से ग्रसित को इन दवाओं का सेवन नहीं करना है।
3. दवा खाली पेट नहीं खानी है और दवा को चबाकर खाना है।
4. घर और आस-पास मच्छरजनित परिस्थितियों को नष्ट करें।
5. रुके हुए पानी में कैरोसिन छिड़ककर मच्छरों को पनपने से रोकें।
6. साफ-सफाई रखें और फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।
7. मच्छरदानी का उपयोग करें और मच्छररोधी क्रीम लगाएं।