जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पोषण/कन्वर्जेन्स/निगरानी समिति की बैठक हुई आयोजित।सुलतानपुर 02 जनवरी/जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की अध्यक्षता में आज
सुलतानपुर 02 जनवरी/जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत जिला पोषण/कन्वर्जेंस/निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी को जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक/अपर प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में कुल चिन्हित 400 न्यूट्री गार्डेन की स्थापना की जानी थी, माह दिसम्बर 2020 तक 328 न्यूट्री गार्डेन की स्थापना की जा चुकी है। कुल 07 अति कुपोषित परिवार को जिनके पास गाय पालन हेतु भूमि है एवं गाय पालन हेतु इच्छुक हैै, को दुधारू गाय उपलब्ध कराई गई है। माह दिसम्बर 2020 में एनआरसी में 14 अतिकुपोषित बच्चों को आगनबाडीे कार्यकत्रियां द्वारा भर्ती कराया गया। पोषण मिशन द्वारा जनपद के आगनबाडी केन्द्रों को ग्रोथ मानिटरिंग डिवाइस की आपूर्ति हो रही है एवं अब तक कुल 1879 इन्फेन्ट वेंईग स्केल प्राप्त हो गये हैं तथा स्टेडियोमीटर की आपूर्ति माह जनवरी 2021 तक होने की सम्भावना है। आगनबाडी केेन्द्रों के पंजीकृत लाभार्थियों यथा गर्भवती/धात्री महिलाएं, 6 माह से 3 वर्ष व 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों के लिये नवीन अनुपूरक पुष्टाहार वितरण प्रणाली विभाग द्वारा लागू की है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि नवीन अनुपूरक पुष्टाहार वितरण प्रणाली (ड्राई राशन) के अन्र्तगत अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से ग्रामीण परियोजनाओं के कुल 2397 आ0बा0 केन्द्रों तथा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से शहरी परियोजना के कुल 114 आ0बा0 केन्द्रों पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुल 1088 कोटेदार के साथ ग्रामीण क्षेत्रों हेतु 1276 स्वयं सहायता समूहों (SHG) तथा शहरी क्षेत्र के 39 स्वयं सहायता समूहों (SHG) कुल 2511 आगनबाडी केन्द्रों के साथ मैप्ड किये हैं। कोटेदारों से खाद्यान्न का उठान NRLM एवं NULM के स्वयं सहायता समूहों (SHG) द्वारा शतप्रतिशत कर लिया गया है तथा कुल 2114 आगनबाडी केन्द्रों के लाभार्थियों को खाद्यान्न का वितरण कार्य सम्पन्न किया जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा बैठक की समीक्षा करते हुये निर्देशित किया गया कि राजकीय गोआश्रय स्थलों में उपलब्ध दुधारू गाय अतिकुपोषित परिवार को समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कराते हुये अपेक्षित प्रगति मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा लाई जाये तथा बाल विकास परियोजना अधिकारियों के द्वारा अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने के कार्य को गति प्रदान करें। ग्रामीण एवं शहरी स्वयं सहायता समूहों (SHG) के द्वारा आगनबाडी केन्द्रों के लाभार्थियों मंे वितरण कार्य को अगले 3-4 दिवसों में शत प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश उपायुक्त स्वतः रोजगार, पी0ओ0 (डूडा) एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये गये।