अयोध्या से योगी सरकार पर बरसे सतीश मिश्रा
सतीश मिश्रा ने कहा कि-ब्राह्मणों के एनकाउंटर का बदला लेने का वक्त आ गया बहुजन समाज पार्टी ने मिशन 2022 के लिए एक बार फिर 2007 के फार्मूले पर काम शुरू किया है। इसी तहत बसपा ने ब्राह्मणों को एकजुट करना शुरू कर दिया है। आज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने अयोध्या से ब्राह्मण सम्मेलन के साथ अपने मिशन की शुरुआत की। उन्होंने यूपी में ब्राह्मणों के एनकाउंटर का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। यहां तक कह दिया कि अब वक्त आ गया है कि ब्राह्मणों के एनकाउंटर का बदला लिया जाए।
योगी सरकार पर हमला करते हुए सतीश मिश्रा ने कहा कि यूपी में 13 प्रतिशत ब्राह्मण हैं लेकिन फिर भी उन्हें हाशिये पर रखा गया है। इसका कारण है कि ब्राह्मण एकजुट नहीं हो पा रहा है। ब्राह्मणों को एकजुट होना पड़ेगा। असली ताकत तभी मिलेगी, जब ब्राह्मण एकजुट होगा। 13 प्रतिशत ब्राह्मण और 23 प्रतिशत दलित एक हो जाए तो सरकार बनने से कोई नहीं रोक पाएगा। ब्राह्मण समाज बुद्धजीवी समाज है।
मायावती सरकार में ब्राह्मणों के लिए किए गए कार्य गिनाए
सतीश चंद्र मिश्रा ने मायावती सरकार में ब्राह्मणों के लिए किये गए कार्यों को गिनाया। कहा कि बसपा सरकार में 62 सीट ब्राह्मणों ने जीती। ब्राह्मण समाज के कारण ही बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार आई थी। बसपा सरकार में 2200 ब्राह्मणों को सरकारी वकील बनाया गया था। ब्राह्मण अधिकारियों को उचित तैनाती दी गई। कहा कि प्रदेश के ब्राह्मणों से आह्वान है कि जितनी ब्राह्मणों की हत्या हुई उससे सबक लें।
विकास दुबे एनकाउंटर और खुशी दुबे का मुद्दा उठाया
सतीश मिश्रा ने विकास दुबे एनकाउंटर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि क्या दोष है उस लड़की खुशी का जो 16 साल की है और जेल में बंद है। उसकी मां और बाप को कानपुर जबकि उसे बाराबंकी जेल में रखा गया। जिसका नाम खुशी है वो दुखी हो गई। मुख्यमंत्री को इस मामले पर खुद संज्ञान लेना चाहिए।
बीजेपी वाले राम की बात करते हैं लेकिन सीता की नहीं
बसपा महासचिव ने कहा कि पूरा विश्व जानता है जब बहन जी की सरकार आती है तो कानून व्यवस्था दुरुस्त हो जाती है। बीजेपी वाले भगवान राम की बात करते हैं, लेकिन माता सीता की बात नहीं करते। लोग हमसे पूछ रहे कि हम अयोध्या क्यों आए। क्या अयोध्या पर सिर्फ बीजेपी का ठेका है। भगवान राम हमारे भी हैं। हम उनके दर्शन करने आए हैं।