जिला विद्यालय निरीक्षक का कार्यालय बना मारपीट का अखाड़ा
यूपी के रायबरेली जिले में जिला विद्यालय निरीक्षक का कार्यालय मारपीट का अखाड़ा बन गया। डीआईओएस आफिस में घण्टो खूनी खेल खेला गया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व एक निजी विद्यालय के प्रबंधक पर मारपीट करने का आरोप लगाया वही चतुर्थ श्रेणी कर्मी ने डीआईओएस व उनके चालक व एकाउंटेंट पर अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया।मारपीट की सूचना पर मौके पर कोतवाली पुलिस पहुच गई और जांच पड़ताल शुरू कर दी। रायबरेली जिले के रेलवे स्टेशन मार्ग पर मंशा देवी मंदिर के पास संचालित डीआईओएस आफिस आज दोपहर में मारपीट का अखाड़ा बन गया। जिस कार्यालय से सारे जिले के विधालयो में अच्छी शिक्षा व बच्चों को नैतिक शिक्षा देने का संदेश दिया जाना चाहिए वही पर मारपीट की घटना हो गई। डीआईओएस ओंकार सिंह ने एक निजी विद्यालय के प्रंबन्धक व उसके साथियों के साथ ही अपने कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मी पर मारपीट का आरोप लगाया साथ ही रिवाल्वर तानने व जातिसूचक शब्द प्रयोग करने का आरोप लगाया।
डीआईओएस से जब इस तरह की वारदात क्यों हुई तो उनका कहना था कि उनका कर्मी कार्यालय नही आता और जब उसे अनुपस्थित किया गया और नोटिस भेजा गया तो वो संचालक के साथ आया और घटना को अंजाम दिया। वही उन्होंने ये भी कहा कि अगर उनके स्टॉप कर्मी वंहा न पहुच जाते तो संचालक उन्हें जान से मार देता।साथ ही अपने पर लगे आरोपो पर कहा कि उन्होंने खुद के बचाव में हाथापाई की।
वही चतुर्थ श्रेणी कर्मी कुंवर मयंक सिंह ने कहा कि अचानक से साहब के कार्यालय से शोर सुनाई दिया और जब वो वंहा पहुच कर अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगा तो डीआईओएस व उनके चालक ने उसका मोबाइल छीन लिया और उसपर हमला बोल दिया।जिससे वो गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उसके नाक व चेहरे से खून बहने लगा।