पीएनओ मे गड़बड़ी से वरिष्ठ हुए दरोगा फिर आएंगे अपने रैंक पर गोरखपुर-बस्ती मंडल का मामला एडीजी जोन अखिल कुमार ने दिया आदेश
वरिष्ठ हुए दरोगा फिर आएंगे अपने रैंक पर
पीएनओ गड़बड़ी से गोरखपुर छोड़ अन्य जिलों में अपने ही साथियों से सीनियर हो गए थे कई दरोगा। एडीजी ने दिया आदेश, जोन के सभी जिले में 15 दिनों में सुधार करें । पीएनओ (पर्सनल नंबर) में गड़बड़ी से दो साल तक अपने ही साथी दरोगाओं से वरिष्ठ हुए लोगों के रैंक में फिर से सुधार होगा। पीएनओ को लेकर कई दरोगाओं ने सवाल उठाया था, जिसके बाद हुई जांच में समाने आया है कि गोरखपुर में हुई ज्वाइनिंग सही है। इसके बाद ही एडीजी ने जोन के अन्य जिलों को इसे 15 दिन में ठीक करने का आदेश दिया है। आशंका है कि प्रदेश के 73 जिले में यह गड़बड़ी हो सकती है। फिलहाल एडीजी ने जोन के सभी जिले को निर्देश जारी कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2015, 2016, 2017 के भर्ती दरोगाओं की ट्रेनिंग हुई थी। इसके बाद गोरखपुर जिले में ज्वाइन करने के बाद सभी को जिस साल में ज्वाइन किए थे, वही उनका बैच मानते हुए उसी पर पीएनओ जारी किया गया था। जबकि, अन्य कई जिलों में ट्रेनिंग के वर्ष को बैच मानते हुए उसी आधार पर पीएनओ जारी किया था। इस मामले में विवाद तब गहराया जब अन्य जिले के उसी बैच के दरोगा ट्रांसफर पर गोरखपुर आए। पता चला कि जिनके साथ उन्होंने ट्रेनिंग की थी, उनसे वह एक से लेकर दो साल तक वरिष्ठ हैं। मामला सामने आने के बाद जूनियर बने दरोगाओं ने इसकी शिकायत तत्कालीन एसएसपी डॉ.सुनील गुप्ता से की, लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया था। मामले का संज्ञान लेते हुए एडीजी जोन अखिल कुमार ने जांच का आदेश दिया था। एडीजी ने मुख्यालय को पत्र लिखकर पीएनओ के निर्धारण के बारे में जानकारी मांगी थी। पत्र के जवाब यह तय हुआ कि गोरखपुर जिले ने जो पीएनओ जारी किया था, वह सही है। जबकि, अन्य जिलों के बारे में एडीजी ने सुधार करने के लिए पत्र लिखा है।
गोरखपुर जोन एडीजी अखिल कुमार ने कहा कि गोरखपुर जिले में पीएनओ का निर्धारण सही है। लेकिन, अन्य जिलों में इसकी गड़बड़ी की आशंका है। जोन के सभी जिले के एसपी को पत्र जारी कर निर्देश दिया गया है कि वे मुख्यालय के नियमों से सुधार कर लें। 15 दिन के अंदर इस पर सभी जिलों से आख्या मांगी है।