यूपी पुलिस को 159 साल बाद मिला अपना प्रतीक चिन्ह, DGP से लेकर सिपाही तक सभी वर्दी पर लगाएंगे
यूपी पुलिस के लिए मंगलवार का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण रहा . क्योंकि, यूपी पुलिस को पहली बार अपना प्रतीक चिन्ह मिल गया है. पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया और उसे पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की वर्दी पर लगाया गया । इस प्रतीक चिन्ह को डीजीपी से लेकर सिपाही तक अपनी वर्दी पर लगाएंगे । इसे वर्दी की शर्ट की दाहिनी जेब के ऊपर लगाया जाएगा. पुलिस की भाषा में प्रतीक चिन्ह को इनसिग्निया Insignia कहा जाता है। से सिपाही तक सब लगाएंगे यूपी पुलिस के इस नए प्रतीक चिन्ह में पुलिस कलर (नीले व लाल रंग) का प्रयोग किया गया है और उसमें अशोक की लाट के नीचे सत्यमेव जयते लिखा है. नीचे उत्तर प्रदेश पुलिस लिखा है और बीच में दो मछलियों की आकृति बनी हैं. नए प्रतीक चिन्ह की प्राप्ति के बाद आदेश है कि, डीजीपी से लेकर सिपाही तक पुलिस चिन्ह को वर्दी में दाहिनी ओर सीने पर नेमप्लेट के ऊपर धारण करेंगे. अभी तक पुलिस अधिकारी और कर्मी वर्दी में बाजू पर उत्तर प्रदेश शासन का चिन्ह धारण करते हैं । स्थापना के 159 साल बाद मिला अपना चिन्ह उत्तर प्रदेश पुलिस भारत गणराज्य के सबसे पुराने पुलिस विभागों में से एक है और दुनिया में सबसे बड़ा पुलिस बल है. इसे पुलिस अधिनियम 1861 के तहत वर्ष 1863 में संयुक्त प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक के कार्यालय के रूप में स्थापित किया गया था, जो 159 वर्ष पुराना बल है . उत्तर प्रदेश पुलिस बल की स्थापना के 159 साल बाद उसे अपना प्रतीक चिन्ह मिला है. इसकी कल्पना इसी साल 15 अगस्त के मौके पर की गई थी. मौजूदा वक्त में में पंजाब, दिल्ली, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर व कुछ अन्य राज्यों की पुलिस के अपने-अपने प्रतीक चिन्ह हैं. डीजीपी मुख्यालय में आयोजित समारोह में प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया गया