पॉलीथिन पर प्रतिबंध का कोई असर नहीं,10 हजार से ज्यादा दुकानदार रोज तोड़ रहे नियम। पॉलीथिन कर रहें उपयोग
जनपद सुलतानपुर में राज्य सरकार के आदेश से 3 साल पहले ही पॉलीथिन पर प्रतिबंध लग गया था और अब 1 जुलाई से केंद्र सरकार ने भी प्लास्टिक पर पूर्ण पाबंदी लगा दी है, लेकिन ना तो तब पॉलीथिन बंदी का असर हुआ और न अब हो रहा है। कहने को तो पहली जुलाई से ही सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया गया है, लेकिन जिले में ऐसा कोई खासा असर देखने को नहीं मिल रहा। चाहे जिला मुख्यालय हो या क्षेत्रीय बाजार सभी जगह अब भी इसकी बिक्री हो रही है।
यहां तक कि सुलतानपुर शहर के मेन चौक, सब्जी मंडी जैसे मुख्य इलाके में भी दुकानों में प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का सामान बिक रहा है। इसके दो स्पष्ट कारण हैं। पहला तो पॉलिथीन के आदी हो चुके लोगों को इसके विकल्प में कुछ नहीं मिल रहा है। दुकानदार कहते हैं कि लोग पॉलीथिन के आदी हो गए हैं और घर से थैला नहीं लाते। प्लास्टिक के बदले कोई दूसरा कैरी बैग उतना मजबूत और कारगर नहीं है। इसलिए यह हमारी मजबूरी है। दूसरा कारण नगर पालिका और प्रशासन का ढुल मूल रवैया है। जब से प्रतिबंध लगा है जबकि करीब 10,000 से अधिक दुकानदार धड़ल्ले से प्लास्टिक उपयोग कर रहे हैं। अब भी शहर के कचरे में 70 फ़ीसदी हिस्सा प्लास्टिक का ही है । इससे साफ है कि 10% प्लास्टिक भी आउट ऑफ मार्केट नहीं हुआ है।
सभी तरह के प्लास्टिक कैरी बैग प्रतिबंधित बताते चलें कि सरकार द्वारा सभी तरह के प्लास्टिक कैरी बैग की बिक्री और इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया। प्रतिबंध लगाने का फैसला पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने किया है। केंद्र और राज्य सरकार इस फैसले के मुताबिक अन्य जगहों की तरह सुलतानपुर में भी सिंगल यूज प्लास्टिक शीट, कैरी बैग, पैकेजिंग सामग्री, थर्मोकोल और इससे उत्पादित कप प्लेट, गिलास, कांटा, चम्मच, कटोरी की बिक्री और इसका उपयोग किसी भी हाल में नहीं किया जा सकता।
साल 2019 से ही विफल हो रहा प्रयास बता दें कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाकर 2019 से ही इसे रोकने की कोशिश की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 21 जनवरी से 50 माइक्रोन पॉलीथिन युक्त कैरी बैग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई थी । लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह कभी सफल नहीं हुआ। नगर के विभिन्न दुकानों में आज भी पॉलिथीन युक्त कैरी बैग में धड़ल्ले से समान ग्राहकों को दिए जा रहे हैं। हाल यह है कि किराना दुकान से लेकर पान की गुमटी, ठेला, फल दुकान सहित सब्जी की दुकान तक दुकानदार अपने ग्राहकों को कैरी बैग में सामाग्री दे रहें है। फुटपाथ से लेकर दुकान तक धड़ल्ले से प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा हैं।
प्लास्टिक आ रही, यूज हो रही पॉलिथिन कैरी बैग के साथ ही प्लास्टिक के चम्मच, प्लेट, थाली और ग्लास बिना रोक-टोक बेची जा रही है। लोग खरीद भी रहे हैं और इसका इस्तेमाल भी हो रहा है। शहर के कई दुकानों में पॉलीथिन का भी उपयोग जारी है। इसके अलावा जिले में नगर पालिका से जनपद की प्रमुख बाजारों में भी चौक-चौराहों पर दुकानों में खरीद-बिक्री हो रही है। हालांकि प्रतिबंध को प्रभावी बनाने को लेकर हर जगह विशेष टीम का गठन किया गया है लेकिन सभी जगहों पर का सख्ती से पालन नहीं हो रहा। लोगों में भी जागरुकता की कमी है। लोग कह रहे हैं कि प्लास्टिक बाजार में आ रहा है तभी यूज कर रहे हैं।