जिलाधिकारी सुल्तानपुर जसजीत कौर की अध्यक्षता में महिषवंशी व गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज (एल.एस.डी.) के मिशन मोड में रोकथाम हेतु बैठक हुई आयोजित।
सुलतानपुर/जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में महिषवंशी व गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज (एल.एस.डी.) के मिशन मोड में रोकथाम हेतु बैठक आयोजित की गयी। उक्त बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा लम्पी स्किन डिजीज के रोकथाम हेतु शासन द्वारा दिये गये निर्देश को उपस्थित सभी सम्बन्धित पशु चिकित्सकों/अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने अवगत कराया कि लम्पी स्किन डिजीज संक्रमण के माध्यम से पशुओं में फैलता है। उन्होंने कहा कि यह सभी छोटे बड़े पशुओं में फैल रहा है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एस.एस. यादव द्वारा अवगत कराया कि जनपद के 07 ब्लाकों में कुल-71 केस अभी तक संज्ञान में आये हैं। उन्होंने कहा कि सभी पशुधन प्रसार अधिकारियों व पशु चिकित्सा अधिकारियों को इसके सम्बन्ध में अवगत करा दिया गया है। पशुओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है। उन्होंने अवगत कराया कि शासन द्वारा अन्र्तजनपदीय पशुओं के परिवहन पर पूर्णता प्रतिबन्ध लगाया गया है। इसका सभी एसडीएम व पुलिस क्षेत्राधिकारी संज्ञान में लेकर अनुपालन हेतु आवश्यक कार्यवाही करायें।
जिलाधिकारी महोदया द्वारा महिषवंशी व गोवंशीय पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज (एल.एस.डी.) के मिशन मोड में रोकथाम हेतु सभी सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि सभी बार्डर पर चेकपोस्ट बना लिये जाय तथा पशुओं के आवागमन को प्रतिबन्धित किया जाय। उन्होंने कहा कि पशु बाजारों पर पूर्णता प्रतिबन्ध लगाकर क्रय-विक्रय को प्रतिबन्धित किया जाय। जिलाधिकारी द्वारा सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों, पशुधन प्रसार अधिकारियों, सभी एसडीएम व पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया कि लम्पी स्किन डिजीज के सम्बन्ध में सभी अपने-अपने क्षेत्रों में एक आवश्यक बैठक कर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कुछ गौशालाओं को लम्पी स्किन डिजीज से प्रभावित पशुओं हेतु चिन्हित कर लिया जाय। उस गोशाला में प्रभावित पशुओं को शिफ्ट कर दिया जाय।
जिलाधिकारी द्वारा सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समय से पहले सभी कंट्रोल रूम संचालित कर लिये जाय तथा सभी पशु चिकित्सक इस बीमारी के रोकथाम व बचाव हेतु सभी आवश्यक जानकारियाँ प्राप्त कर लें तथा सभी अपने-अपने क्षेत्रों में निजी पशु पालकों को जागरूक करें। उन्होंने निर्देशित किया कि यदि इस बीमारी से किसी पशु की मृत्यु हो जाती है (जनपद में अभी तक किसी पशु की मृत्यु नहीं हुई है) तो उसे मानक के अनुरूप 08 फिट गहरा गड्ढा खोदकर दफन किया जाय। खुले स्थान पर न छोड़ा जाय। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वैक्सीन की मांग शासन स्तर से कर ली जाय। उन्होंने कहा कि लम्पी स्किन डिजीज से निपटने हेतु सभी आवश्यक तैयारियाँ समय से पहले पूर्ण कर ली जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 एस.एस. यादव, सभी पशु चिकित्सा अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी सहित आदि उपस्थित रहे।