उत्तर प्रदेश बोर्ड का शताब्दी समारोह अक्टूबर में होगा वर्ष 1921 में स्थापित बोर्ड की पहली परीक्षा 1923 में हुई थी।
उत्तर प्रदेश बोर्ड का शताब्दी समारोह अक्टूबर में, बड़ी संख्या में सम्मानित होंगे पूर्व छात्र
यूपी बोर्ड प्रयागराज दुनिया की एक सबसे बड़ी परीक्षा संस्था है। वर्ष 1921 में स्थापित बोर्ड की पहली परीक्षा 1923 में हुई थी। बोर्ड 100 वर्ष पूर्ण होने पर स्थापना का शताब्दी समारोह मनाएगा।
यू पी माध्यमिक शिक्षा परिषद के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं। ऐतिहासिक अवसर पर भव्य शताब्दी समारोह मनाने की तैयारी है। अक्टूबर में प्रस्तावित आयोजन में देश की चर्चित हस्तियों को आमंत्रित करने के साथ ही बड़ी संख्या में पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया जाएगा, ताकि बोर्ड से संबद्ध कालेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं व अभिभावकों को गौरव की अनुभूति यूपी बोर्ड प्रयागराज दुनिया की एक सबसे बड़ी परीक्षा संस्था है। वर्ष 1921 में स्थापित बोर्ड की पहली परीक्षा 1923 में हुई थी। बोर्ड 100 वर्ष पूर्ण होने पर स्थापना का शताब्दी समारोह मनाएगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद से अनेक अलग-अलग क्षेत्रों की अति-विशिष्ट विभूतियां निकलीं हैं, जिन्होंने प्रदेश, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विविध क्षेत्रों में अपना योगदान देकर प्रदेश व देश का सम्मान बढ़ाया है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ऐसी विभूतियों से अनुरोध किया था कि कुछ क्षण निकालकर शताब्दी समारोह के आयोजन के संबंध में मिशन गौरव पोर्टल पर अपना संक्षिप्त परिचय दें। ज्ञात हो कि बोर्ड ने वेबसाइट कई माह पहले शुरू की थी। उसमें करीब नौ हजार प्रविष्टियां आई थी। उनमें अधिकांश प्रविष्टियां सामान्य जनों की ओर से भेजी गई हैं। अब जिला विद्यालय निरीक्षकों को यह जिम्मा सौंपा गया है कि वे यूपी बोर्ड से संबद्ध कालेज में पढ़े और विविध क्षेत्रों में नाम रोशन करने वालों का ब्योरा भेजें, ताकि उनसे संपर्क करके समारोह के लिए आमंत्रित किया जा सके।
शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय ने वीडियो कांफ्रेंसिंग करके निर्देश दिया है कि सभी डीआइओएस तीन सितंबर तक हर हाल में सूचना भेज दें। इसके बाद सम्मानित किए जाने वालों की अर्हता तय की जाएगी कि आखिर फलां को ही सम्मानित क्यों किया जाए। माध्यमिक शिक्षा परिषद 18 सितंबर से अंक सुधार परीक्षा करा रहा है इसलिए इम्तिहान के बाद ही आयोजन होगा