मिल्कीपुर अयोध्या आधी अधूरी तैयारियों के बीच मिल्कीपुर तहसील में शुरू होगी धान की खरीद
तहसील क्षेत्र में विभिन्न क्रय एजेंसियों के बनाए गए 13 क्रय केन्द्र
मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में 1 नवंबर से धान की सरकारी खरीद शुरू की जाएगी इसके लिए तहसील क्षेत्र में इस बार 13 क्रय केंद्र बनाए गए हैं
सबसे अधिक धान क्रयकेंद्रअमानीगंज विकासखंड में बनाए गए हैं जहां पीसी एफके अमानीगंज और रौतावां क्रय केंद्र पर धान की खरीद होगी वही विपणन शाखा द्वारा मार्केटिंग विभाग से अमानीगंज के नाम से खंडासा में
क्रय केंद्र की स्थापना की गई है इसके अलावा पी सी यू संस्था द्वारा अमानीगंज के साधन सहकारी समिति बोडपुरपुर साधन सहकारी समिति जगदीशपुर साधन सहकारी समिति बघौडा और साधन सहकारी समिति देवगांव में धान खरीद केन्द्र बनाए गए हैं
इसी प्रकार मिल्कीपुर विकासखंड में साधन सहकारी समिति अलीपुर खजूरी और साधन सहकारी समिति मिल्कीपुर के अलावां विपणन शाखा द्वारा मिल्कीपुर के नाम से क्रय केंद्र की स्थापना की गई है जबकि हरैग्टनगंज
विकासखंड में साधन सहकारी समिति सेमरा और साधन सहकारी समिति रजौरा में धान क्रय केंद्र की स्थापना के साथ विपणन शाखा का भी एक केंद्र हरैग्टनगंज के नाम से बनाया गया है मिल्कीपुर के हैरिंग्टनगंज विकासखंड में पहलेसंचालित साधन सहकारी समिति घुरहटा और साधन सहकारी समिति मलेथू बुजुर्ग क्रय केंद्रों को बंद कर दिया गया है जबकि यह पुराने केंद्र बताए जा रहे हैं धान क्रय केंद्र पर उपलब्ध संसाधनों का अब तक कोई अता पता नहीं है और आधी अधूरी तैयारियों के बीच सरकार धान की खरीद करने की तैयारी कर रही है इस बार रिकार्ड धान खरीदने के लिए एक और जहां सरकार ने अमानीगंज विकासखंड में सर्वाधिक क्रय केंद्रों की स्थापना की है वहीं मिल्कीपुर और हैरिंग्टनगंज में पहले से संचालित केंद्रों को बंद कर दिया गया है
विभागीय सूत्रों ने बताया कि राइस मिल एसोसिएशन के लोग एग्रीमेंट करने को तैयार नहीं है राइसमिल की हड़ताल के कारण धान क्रय केंद्र 1 नवंबर से शुरू होंगे इस पर संदेह है राइस मिलर का कहना है कि धान की कुटाई का रेट बढ़ाया जाए तथा रिकवरी रेट को सरकार 60% से नीचे लाएं मिल मालिकों का कहना है कि इस बार अतिवृष्टि के कारण धान की फसल बर्बाद हो गई है और उसमें रिकवरी रेट कम आने की संभावना है इस मामले में जिला प्रशासन और मिल मालिकों के बीच बैठकों का दौर जारी है लेकिन अब तक कोई भी संतोषजनक फैसला नहीं निकल सका है देखना होगा कि सरकार आने वाले समय में धान क्रय केंद्रों का संचालन कैसे करती है जबकि धान क्रय केंद्रों पर अब तक बोरी व नमी मापक यंत्र को नहीं पहुंचाया जा सका है तमाम धान क्रय केंद्रों पर अत्यधिक नमी होने के कारण वहां पर वाहनों का आना-जाना भी संभव नहीं है