टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को टेक्स्ट मैसेज या SMS शॉर्ट कोड 1900 भेजने की सुविधा तुरंत देने का आदेश दिया है
Jio, Airtel और Vi की चालाकी पर TRAI का आदेश, सभी यूजर्स को तत्काल दें नंबर पोर्ट कराने की SMS सुविधा
TRAI ने Jio Airtel और Vi टेलीकॉम कंपनी को नंबर पोर्ट के लिए SMS शॉर्ट कोड 1900 भेजने की सुविधा तुरंत शुरू करने का आदेश दिया है। बता दें कि ट्राई को हाल ही में कुछ यूजर्स SMS सेवा न मिलने को संबंधित शिकायत मिली थी।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को टेक्स्ट मैसेज या SMS शॉर्ट कोड 1900 भेजने की सुविधा तुरंत देने का आदेश दिया है। इस सुविधा की मदद यूजर्स एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर आसानी से पोर्ट कर सकेंगे। ट्राई ने इस सर्विस को सभी प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स को देने का आदेश दिया है।
*क्यों देना पड़ा ऐसा आदेश*
दरअसल टेलिकॉम कंपनियों ने कुछ नए टैरिफ प्लान में मुफ्त SMS की सुविधा को बंद कर दिया था, जिसकी वजह से ग्राहक नंबर पोर्ट कराने के लिए मैसेज नहीं भेज पा रहे थे। ट्राई ने टेलिकॉम कंपनियों की इस चालाकी को नियमों का उल्लंघन माना है। ट्राई के मुताबिक प्रीपेड यूजर्स को एसएमएस की सुविधा नहीं देना मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी यानी एमएनपी (MNP) के नियमों का उल्लंघन है। ऐसे में ट्राई ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों मोबाइल यूजर्स के लिए तत्काल प्रभाव से शॉर्ट कोड 1900 पर SMS भेजने की सुविधा देने का निर्देश दिया है।
ग्राहकों ने की शिकायत
ट्राई का कहना है कि उसे हाल ही में टेलीकॉम यूजर्स से शिकायत प्राप्त हुई थी। यूजर्स का कहना है कि वह पर्याप्त रिचार्ज होने के बावजूद शॉर्ट कोड 1900 का SMS नहीं भेज पा रहे हैं। इतना ही नहीं ट्राई को यह भी शिकायत मिली है कि कुछ टेलीकॉम कंपनियां कुछ चुनिंदा प्रीपेड प्लान में SMS की सुविधा नहीं दे रही हैं।ट्राई की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, प्रीपेड प्लान्स में MNP से संबंधित SMS की सुविधा न देना नियमों का उल्लंघन है। SMS की सुविधा का उपयोग करना ग्राहकों का हक है, जिसे छिना नहीं जा सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Jio, Airtel और Vi अपने सबसे सस्ते प्रीपेड प्लान्स के साथ SMS की सुविधा नहीं दे रहे है। जबकि इन सभी प्रीपेड प्लान्स में डेटा और टॉकटाइम दिया जा रहा है। इस मुद्दे को ध्यान में रखकर TRAI ने सख्त कदम उठाया है।