ई-श्रम कार्ड धारक पहली किस्त 1000 रुपये मिली अब सत्यापन के बाद आयेगी दूसरी किस्त

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड के माध्यम से ऐसे श्रमिकों की मदद की जा रही है, जो आर्तिक रूप से कमजोर हैं। सरकार ने इसी माह 3 जनवरी को राज्य के लगभग 50 लाख से ज्यादा लाभार्थियों के खाते में 1000-1000 रुपए ट्रांसफर भी कर दिये हैं। लेकिन लाखों श्रमिक अब भी ऐसें हैं जिनका ई-श्रम कार्ड तो बन गया। लेकिन उनके खाते में स्कीम के 1000 रुपए नहीं पहुंचे। दरअसल सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये स्कीम असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को दिया जा रहा है। लेकिन कुछ अपात्र लोगों ने भी ई-श्रमकार्ड बनवा लिया है। वेरिफिकेशन के बाद ऐसे लोगों के कार्ड अपात्र घोषित कर दिये गए हैं। हालाकि अभी आचार संहिता लगी है। इसलिए कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। क्यों नहीं पहुंची पहली किस्त – आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा जारी किए गए शासनादेश अनुसार प्रदेश के सभी असंगठित क्षेत्र में कार्यरत पात्र श्रमिकों को प्रति माह के हिसाब से 4 माह तक 500-500 यानी कि कुल मिलाकर 2000 दिए जाने हैं। जिसमें से सरकार ने प्रदेश के कई श्रमिकों के बैंक खातों में के ₹1000 भेज दिए हैं। लेकिन अभी भी बहुत सारे श्रमिकों का वेरिफिकेशन बाकी रह गया है। आपको बता दें कि जैसे-जैसे वैरिफिकेशन हो रहा है श्रमिकों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को अपात्र भी घोषित कर दिया गया है। क्योंकि कुछ ऐसे लोगों ने भी आवेदन कर दिया था, जो असंगठित क्षेत्र में काम ही नहीं करते।
इनके खाते में नहीं आएगी किस्त – दरअसल कुछ ऐसे श्रमिकों ने भी ई-श्रम कार्ड बनवा लिया है, जो इसके पात्र ही नहीं है। उत्तर प्रदेश का श्रम विभाग ऐसे कार्ड धारकों को चिंहित कर रहा है। अभी तक हजारों की संख्यां में ऐसे कार्ड मिलें है जो पात्र ही नहीं है। ऐसे लोगों को चिंहित कर वैरिफिकेशन के बाद फर्जी कार्ड धारकों की किस्त रोक दी जाएगी

मिशन विजय

Mission Vijay Hindi News Paper Sultanpur, U.P.

सुलतानपुर 23 अगस्त/वित्तीय समावेशन संतृप्ति अभियान के तहत बैंक ऑफ़ बड़ौदा सुलतानपुर व वाराणसी कार्यालय द्वारा ग्राम पंचायत स्तरीय तक पहुंच बनाने हेतु जन सुरक्षा संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के मुख्य अतिथि सचिव, वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार श्री एम. नागराजू द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. देबदत्त चांद, महाप्रबंधक विमल कुमार नेगी, अंचल प्रमुख शैलेन्द्र कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक, प्रशिक्षु आईएएस रिदम आनन्द सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण एवं बैंक ऑफ बड़ौदा समूह के अधिकारी/कर्मचारीगण, स्वयं सहायता समूह के सदस्य आदि मौजूद रहे।  
          मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा मुख्य अतिथि सचिव, वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार का पुष्पगुच्छ व ओ.डी.ओ.पी. उत्पाद मोमेंटो देकर स्वागत किया गया। पल्लवी नाट्य संस्थान के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
         तत्पश्चात कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि वित्त मंत्रालय के सचिव एम. नागराजू ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य वित्तीय समावेशन योजनाओं पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई और एपीवाई, पीएमजेडीवाई, खाता खोलने, नामांकन के महत्व, पुनः-केवाईसी और डिजिटल धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवाओं तक निर्बाध पहुंच और धोखाधड़ी की रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि जनधन खातों के अन्तर्गत बहुत बड़ी संख्या में अभी तक लोगों द्वारा ईकेवाईसी व नॉमिनी आदि का अंकन नहीं किया गया है। कार्यशाला के माध्यम से वित्तीय समावेशन का  जनजागरूकता  अभियान चलाकर आम जनमानस तक बैंकिंग सेवाओं की पहंुच बढ़ाना है तथा लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
        वित्त सचिव महोदय ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से अब तक देश की 60 प्रतिशत ग्राम पंचायतों को कवर कर लिया गया है, अब तक 21 लाख  लोगों का प्रधानमंत्री जनधन खाता खुल चुका है, 23 लाख लोग पीएम जीवन सुरक्षा योजना, 40 लाख लोग प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं 8.5 लाख लोग अटल पेंशन योजना का लाभ ले रहे है।
        मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा अपने सम्बोधन में सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बैंकों के माध्यम से लोगों तक उपलब्ध कराया जाता है। यहां उपस्थित सभी बैंकों के प्रतिनिधियों द्वारा बैंकिंग सम्बन्धी समस्त सुविधाएं निचले स्तर तक लोगों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय।
        वित्तीय समावेशन कार्यशाला में बड़ी संख्या में समूह की महिलाओं व् बी.सी. सखियों ने भागीदारी की, मुख्य अतिथि महोदय द्वारा पात्र लाभार्थियों- सीमा देवी को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, किरन देवी, मुफीद अहमद, दीपक कुमार, अजीत कुमार मिश्रा को पीएमजेजेबीवाई योजनान्तर्गत 2-2 लाख रुपये का चेक वितरित किया गया। इसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह- प्रधान महिला जय बजरंगबली, शिव शक्ति, मॉ काली प्रेरणा को 6-6 लाख रुपए का चेक वितरित किया गया।

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