टांडा एन टी पी सी ने संविदा कर्मियों को दिखाया बाहर का रास्ता
सरकार की रोजगार देने के मंसूबे पर पानी फेर रहा एनटीपीसी टांडा*_
अम्बेडकरनगर टाण्डा :- जहां पर सरकार रोजगार देने के दावे कर रही है वहीं पर महारत्न कंपनी लोगों के साथ कर रही अन्याय आपको बताते चलें कि
एनटीपीसी टांडा थर्मल पावर में करीब 80 संविदा कर्मियों को यूटिलिटी पावरटच लिमिटेड कंपनी ने निकाल कर बाहर कर दिया जिससे 80 लोग बेरोजगार हो गये यूटिलिटी पावरटच लिमिटेड ने इनके स्थान पर नए-नए संविदा कर्मियों की भर्ती किया और इन लोगों को बाहर कर दिया जबकि 80 संविदा कर्मियों ने कोरोना के समय में अपनी जान को जोखिम में डालकर एनटीपीसी में अनवरत सेवा देते रहे कोरोना काल में जब संविदा कर्मी छुट्टी लेने की बात करते थे तो इन्हें छुट्टी नहीं दिया जाता था यह कह कर कि देश में बिजली की कमी हो जाएगी प्लांट का नुकसान हो जाएगा आप लोग एनटीपीसी के स्तंभ हैं तमाम लंबे-लंबे बड़े-बड़े दावे दिए जाते थे लेकिन जब यूटिलिटी पावरटेक लिमिटेड 80 संविदा कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाया तो इस समय एनटीपीसी का कोई भी कर्मचारी संविदा कर्मियों से बात करने को तैयार नहीं है मजबूरन 31 मार्च को 80 लोग बेरोजगार होकर सड़क पर आ गए यूटिलिटी पावरटेक लिमिटेड में जब संविदा कर्मियों ने हायर अथॉरिटी से बात करनी चाह तो उन्होंने साफ मना कर दिया, एनटीपीसी में बात करें हमें एनटीपीसी ने आदेश दिया है कि इनको हटाना है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि यूटिलिटी पावरटच लिमिटेड और एनटीपीसी के कर्मचारी भ्रष्टाचार में संलिप्त होकर पैसा लेकर नए-नए लोगों को जॉब में रख रहे हैं और पुराने लोगों को बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं।