वाराणसी सर्वे के दौरान सांप निकलने की खबर निकली अफवाह, मचा था हड़कंप
मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सांप को पकड़ने वाले को बुलाया
पुलिसकर्मियों ने सांप को पकड़ने वाले को बुलाया है
बताया जाता है कि हिंदू पक्ष के मुताबिक, मस्जिद और विश्वनाथ मंदिर के बीच 10 फीट गहरा कुआं है, जिसे ज्ञानवापी कहा गया है. स्कंद पुराण में भी इसका जिक्र मिलता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने स्वयं लिंगाभिषेक के लिए अपने त्रिशूल से ये कुआं बनाया था. शिवजी ने यहीं अपनी पत्नी पार्वती को ज्ञान दिया था इसलिए इस जगह का नाम ज्ञानवापी या ज्ञान का कुआं पड़ा. इसे लेकर कई कहानियां किंवदंतियां इलाके में प्रचलित है. काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद अयोध्या बाबरी मस्जिद के विवाद से मिलता जुलता है. वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट के फैसले के बाद शनिवार सुबह 8 बजे से सर्वे का कार्य शुरू हो चुका है. इसी बीच खबर आ रही है कि सर्वे के दौरान सांप निकला है, इससे हड़कंप मच गया था. मिली जानकारी के मुताबिक, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सांप को पकड़ने वाले को बुलाया गया था. वहीं सांप निकलने की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई थी. बताया जा रहा है कि सर्वे के दौरान सांप निकलने की खबर अफवाह थी. वहीं सर्वे टीम में एडवोकेट कमिश्नर के साथ दो सहायक भी शामिल हैं. इसके अलावा वादी और प्रतिवादी के साथ ही दोनों पक्षों के वकील भी मस्जिद परिसर में सर्वे टीम के साथ मौजूद हैं. दाखिल हुए सभी लोगों के मोबाइल फोन जमा करा लिए गए हैं. फिलहाल, परिसर के एक कमरे को खोला गया है, जिसका सर्वे किया जा रहा है. बता दें कि 56 (ग) के आधार पर मुस्लिम पक्षकारों ने कोर्ट कमिश्नर को बदलने की थी. इस मांग को सिविल जज ने खारिज कर दिया है. 61 (ग) के आधार पर मस्ज़िद के अंदर सर्वे का मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया था. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि मस्जिद के सर्वे के मामले में यदि कोई बाधा बन रहा है तो प्रशासन उस पर दण्डात्मक कार्रवाई करे. बताया जाता है कि हिंदू पक्ष के मुताबिक, मस्जिद और विश्वनाथ मंदिर के बीच 10 फीट गहरा कुआं है, जिसे ज्ञानवापी कहा गया है. स्कंद पुराण में भी इसका जिक्र मिलता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने स्वयं लिंगाभिषेक के लिए अपने त्रिशूल से ये कुआं बनाया था.