मनोज ने हाईस्कूल में फर्स्ट डिवीज़न किए पास फांसी की सजा पाए कैदी को है न्यायालय से हैं न्याय की हैं उम्मीद
फांसी की सजा पाए कैदी मनोज ने हाईस्कूल में फर्स्ट डिवीज़न से किया पास
फांसी की सजा पाए कैदी मनोज ने हाईस्कूल में फर्स्ट डिवीज़न से किया पास
UP Board Results 2022: पिछले सात सालों से जेल में रहकर ही मनोज पढ़ाई-लिखाई कर रहा था. 2019-20 में 73 फीसदी अंकों के साथ मनोज ने आठवीं की परीक्षा पास की, लेकिन इसके बाद ही कोर्ट ने उसे मृत्युदंड की सज़ा सुना दी. मृत्युदंड की सजा के खिलाफ मनोज ने हाईकोर्ट इलाहाबाद में जेल से अपील की और अपनी पढ़ाई जारी रखी. जेल अफसरों ने मनोज को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और मनोज ने फर्स्ट क्लास में हाईस्कूल की परीक्षा पास की.
लखनऊ. यूपी के डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि शाहजहांपुर की जिला जेल में मृत्युदंड की सजा से दंडित बंदी मनोज पुत्र श्रीपाल ,निवासी जल्लापुर थाना कलान, जिला शाहजहांपुर ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 64.33% अंक प्राप्त कर प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है. मनोज 3 फरवरी 2015 को हत्या और आर्म्स एक्ट के आरोप में शाहजहांपुर जिला जेल में दाख़िल हुआ था. दिनांक 24 नवंबर 2021 को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मनोज को मृत्युदंड की सजा दी थी.
पिछले सात सालों से जेल में रहकर ही मनोज पढ़ाई-लिखाई कर रहा था. 2019-20 में 73 फीसदी अंकों के साथ मनोज ने आठवीं की परीक्षा पास की, लेकिन इसके बाद ही कोर्ट ने उसे मृत्युदंड की सज़ा सुना दी. मृत्युदंड की सजा के खिलाफ मनोज ने हाईकोर्ट इलाहाबाद में जेल से अपील की और अपनी पढ़ाई जारी रखी. जेल अफसरों ने मनोज को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और मनोज ने फर्स्ट क्लास में हाईस्कूल की परीक्षा पास की.
जेल में बंद 171 कैदियों ने पास की परीक्षा
डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि मनोज की पढ़ाई लिखाई जेल में बनी लाइब्रेरी से हुई. जिसमें जेल अफसरों का सहयोग रहता है.जेल के बंदियों को शिक्षा और आत्मनिर्भर बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है.आनंद कुमार ने बताया कि इस साल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 14 जेलों के 119 बंदी शामिल हुए थे, जिनमें से 104 बंदी पास हुए हैं. अर्जुन नामक बंदी ने 76 फीसदी अंक प्राप्त कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. इंटर की परीक्षा में 99 बंदी शामिल हुए जिनमे से 67 बंदी पास हुए.