नाका में बावर्दी नकली पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ नकली पुलिस इंस्पेक्टर –
लखनऊ नाका में बावर्दी नकली पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ नकली पुलिस इंस्पेक्टर नाका में बावर्दी नकली पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुआ होमगार्ड और सचिवालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करता था ठगी लखनऊ । जय क़लम , लखनऊ कमिश्नरेट की नाका पुलिस ने आज चारबाग रेलवे स्टेशन के करीब से तीन स्टार लगे वर्दीधारी एक ऐसे पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है जो खाकी रंग की वर्दी तो पहने था और कांधे पर स्टार भी लगाए था लेकिन वर्दी के अंदर मौजूद वो व्यक्ति कोई इंस्पेक्टर नहीं बल्कि जालसाज था जो बेरोजगारों को होमगार्ड महकमे और सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का कारोबार कर रहा था । नाका थाने में पीड़ितों के द्वारा दर्ज कराए गए ठगी के मुकदमे के आधार पर आज इंस्पेक्टर नाका की टीम ने देवरिया जिले के रहने वाले नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद को गिरफ्तार कर हवालात में पहुंचा दिया है। गिरफ्तार किए गए नकली इंस्पेक्टर के पास से एक नकली पिस्टल भी बरामद हुई है । इंस्पेक्टर नाका ने बताया कि गिरफ्तार किए गए नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद के खिलाफ मोहम्मद फरीद व अन्य तीन पीड़ितों ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया था उनका कहना है कि बावर्दी गिरफ्तार किए गए इस नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद ने फरीद अहमद की बहन को होमगार्ड में नौकरी दिलाए जाने का झांसा देकर उनसे 65 हज़ार रुपए लिए थे उन्होंने बताया कि फरीद अहमद के अलावा नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद ने साधना, निशा , शाहीन और रूबीना को भी होमगार्ड महकमे में नौकरी दिलाए जाने का झांसा देकर उनसे हजारों रुपए की ठगी की थी । पुलिस के अनुसार नाका थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया नकली पुलिस इंस्पेक्टर आज भी इन्हीं लोगों से पैसा वसूलने के लिए आया था लेकिन उसे शायद ये अंदाजा नहीं था कि उसके खिलाफ उसके द्वारा ठगे गए पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज कराया है और पुलिस उसकी करतूतों से रूबरू होकर उसे गिरफ्तार करने के लिए अपना जाल बिछा चुकी है। नाका पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए देवरिया के रहने वाले नकली इंस्पेक्टर जमील अहमद के अपराधिक इतिहास का पुलिस पता लगा रही है। बताया जा रहा है कि नकली पिस्टल और 3 स्टार लगी वर्दी पहन कर इंस्पेक्टर का रौब झाड़ने वाले इस नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद के द्वारा कई और लोगों को भी अपनी ठगी का शिकार बनाया जा चुका है। बताया जा रहा है कि पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया नकली इंस्पेक्टर जमील अहमद लोगों को ये बताता था कि वह मौजूदा समय में वो इंस्पेक्टर है और बहुत जल्दी वो प्रमोशन पाकर पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नत हो जाएगा लेकिन नाका पुलिस की मुस्तैदी से नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद नकली पुलिस उपाधीक्षक तो नहीं बन पाया लेकिन वो पुलिस थाने की हवालात की शोभा जरूर बन गया। नाका पुलिस के द्वारा बावर्दी गिरफ्तार किए गए नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद का रौब देख कर कोई ये अंदाज़ा भी नही लगा सकता था कि खाकी वर्दी के अंदर मौजूद ये नकली इंस्पेक्टर हो सकता है क्योंकि इस ठग की कद काठी और पुलिसिया रौब में कोई कमी नज़र नही आ रही थी। पुलिस की वर्दी के दुरुपयोग का ये पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले कई बार पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग कर वर्दी का रौब दिखाकर जालसाजी का कारोबार करने वाले कई ठग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। नकली पुलिस इंस्पेक्टर ने इंस्पेक्टर को किया सैल्यूट बोला जय हिंद सर 3 स्टार लगी वर्दी और नकली पिस्टल के साथ बावर्दी गिरफ्तार किए गए नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद ने पुलिस के अनुशासन का पालन कर शायद अपने आप को असली पुलिस इंस्पेक्टर साबित करने के लिए थाने में मौजूद इंस्पेक्टर नाका को गिरफ्तारी के बाद भी जय हिंद कहते हुए सेल्यूट किया था। नकली पुलिस इंस्पेक्टर की बातचीत और कद काठी लहजे से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि भले ही ये इंस्पेक्टर नकली हो लेकिन पुलिस विभाग के अनुशासन कि इस नकली पुलिस इंस्पेक्टर को भलीभांति जानकारी है । सूत्रों के अनुसार नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद लंबे समय से पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग कर ठगी का कारोबार कर रहा है लेकिन गलत तरीके से पैसा कमाने की इस जालसाज की सलाहियत ने इसे आज आखिरकार हवालात में पहुंचा ही दिया क्योंकि अपराधी चाहे जितना भी चालाक क्यों न हो वो कभी अपराध के रास्ते से अपनी आखरी मंजिल जिसे वो कामयाबी समझता है वहां नहीं बल्कि अपराध की आखिरी मंजिल जेल पहुंचता जरूर है और नकली पुलिस इंस्पेक्टर जमील अहमद के साथ भी यही हुआ वो भी अपराध की आखरी मंज़िल तक पहुच गया।