रात में होमगार्ड दिन में लाइनमैंन दो-दो विभागों से लेता रहा पूरी सैलरी, 8 साल बाद खुला राज
गोरखपुर में एक व्यक्ति का अजीब कारनामा सामने आया सरकार के 2 विभागों से 8 साल तक लेता रहा वेतन पिछले 8 सालों से वह दिन में लाइनमैन का काम करता तो रात को होमगार्ड बन जाता। जब तारकेश्वर के गांव के ही एक व्यक्ति ने इसकी सूचना सीएम पोर्टल पर दी, तब जाकर तारकेश्वर के राज खुले और विभाग के बड़े अधिकारियों के कान खड़े हुए।
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने लोगों को हक्का-बक्का कर दिया। यहां एक व्यक्ति सरकार के दो अलग-अलग विभागों से 8 साल तक सैलरी लेता रहा। यह शख्स पिछले 8 सालों से दिन में बिजली निगम में संविदा पर लाइनमैन की नौकरी करता तो रात को होमगार्ड बन जाता। ऐसा करके यह पिछले 8 सालों से दोनों विभाग से सैलरी लेता रहा। वहीं सरकार में बैठे अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। गांव के ही एक व्यक्ति ने जब इसकी शिकायत सीएम पोर्टल पर की, तब जाकर तारकेश्वर सिंह का राज खुला।
सीएम पोर्टल पर हुई थी शिकायत
गोरखपुर के कैंपियरगंज के सोनौरा बुजुर्ग गांव के निवासी तारकेश्वर सिंह पिछले 8 साल से सरकार को चूना लगा रहे थे। वह दिन में बिजली निगम में संविदा पर लाइनमैन की नौकरी करते थे और रात होते ही होमगार्ड की तैनाती पर लग जाते थे। ऐसा करते हुए वह इन दोनों विभागों से पूरी सैलरी और सुविधा भी लेते थे। वहीं जब तारकेश्वर के गांव के कुछ लोगों ने उनकी शिकायत सीएम पोर्टल पर की तब बिजली निगम की जांच में तारकेश्वर पकड़े गए। अब विभाग उन्हें बर्खास्त करने की तैयारी में जुट गया है।
2015 में किया था आवेदन
दरअसल तारकेश्वर ने साल 2015 में बिजली निगम के संविदा लाइनमैन के लिए आवेदन किया था। तभी उसकी नियुक्ति कैंपियरगंज के सोनौरा बिजली घर पर हुई थी। वही तारकेश्वर के गांव के ही प्रमोद राय ने सीएम पोर्टल पर तारकेश्वर की शिकायत दर्ज कराई और बताया कि तारकेश्वर दिन में बिजली निगम में लाइनमैन का काम करता है और रात होते ही होमगार्ड की नौकरी।
होमगार्ड विभाग से भी मांगी गई सूचना
तारकेश्वर सिंह के इस पूरे मामले में होमगार्ड विभाग के जिला कमांडेंट से ही सूचना मांगी गई है। वहीं उन्होंने जवाब में बताया कि तारकेश्वर पुत्र हरिराम सिंह होमगार्ड कंपनी सी गोरखपुर में साल 2004 में तैनात है। ड्यूटी पर काम करने के कारण उन्हें ड्यूटी भत्ता व महंगाई भत्ता दिया जाता है। रिपोर्ट मिलने पर SE ग्रामीण ने मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर तारकेश्वर के खिलाफ बर्खास्तगी कि कार्रवाई करने की बात कही है।