बोलेंगे तो बागी कहलाएंगे, किसी के सामने रो भी नहीं सकते : बृजभूषण शरण
“बोलेंगे तो बागी कहलाएंगे, किसी के सामने रो भी नहीं सकते : बृजभूषण शरण लखनऊ। गोंडा के कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने क्षेत्र की समस्या को लेकर अपनी ही सरकार पर जमकर बरसे कहा कि पहले तो हम लोग बोल भी लेते थे। सरकार से सवाल कर लेते थे। अब तो अगर हम बोलेंगे तो बागी कहलाएंगे। बस चुप रहने में ही भलाई है। सबसे ज्यादा दुःख की बात तो ये है कि अब हम अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर किसी के सामने रो भी नहीं सकते। क्षेत्र की जनता भगवान भरोसे हो गई है। जिला प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले सरकारों में बाढ़ आने से पहले समीक्षा बैठक होती थी लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं होता सबसे ज्यादा दु:ख की बात ये है कि हम अपनी समस्या को लेकर रो भी नही सकते। आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के कई जिले अभी बाढ़ के चपेट में है। कई जिलों में भारी बारिश के कारण लोगों के घर, खेत बाढ़ में डूब गए है। लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर है। इस दौरान सांसद अपने क्षेत्र में मुआयने पर निकले थे। मीडिया ने जब उनसे प्रशासन के राहत शिविरों को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि प्रशासन कहा है? पहले बाढ़ आने से पहले जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक होती थी। सब लोग मिलकर तैयारी करते थे और लोगों को कम से कम नुकसान होता था। अब तो हम लोग सिर्फ भगवान के भरोसे बैठे है। कब पानी टूटेगा और हम लोगों की समस्याएं कम होंगी। प्रशासन नाम की चीज नही है। बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया के सामने जिला प्रशासन और सरकार के द्वारा किए जा रहे बाढ़ राहत के प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने क्षेत्र के महिलाओं, बुजुर्गों और जिनको चलने में समस्या है। उन लोगों के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली का प्रबंध किया है।” http://www.shirazehind.com/2022/10/blog-post_936.html#:~:text=%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%87%20%E0%A4%A4%E0%A5%8B%20%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A5%80%20%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%87%2C%20%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%80%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%87%20%E0%A4%B0%E0%A5%8B%20%E0%A4%AD%E0%A5%80%20%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82%20%E0%A4%B8%E0%A4%95%E0%A4%A4%E0%A5%87%20%3A%20%E0%A4%AC%E0%A5%83%E0%A4%9C%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A4%A3,%E0%A4%A4%E0%A5%8B%20%E0%A4%85%E0%A4%97%E0%A4%B0%20%E0%A4%B9%E0%A4%AE