निदेशक महिला कल्याण लखनऊ ने जिला परिवीक्षा अधिकारी को किया निलम्बित
विभागीय महिला संविदा कर्मी द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाए जाने के बाद जिला परिवीक्षा अधिकारी भेजे गए जेल*
*कौशाम्बी।* जिलाधिकारी कौशाम्बी द्वारा अपने पत्र संख्या-1029/ओ0एस0डी0-कौशा0/2022 दिनांक 27 दिसम्बर, 2022 के माध्यम से प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ को यह अवगत कराया गया था कि जिला परिवीक्षा अधिकारी कार्यालय जनपद कौशाम्बी में कार्यरत रही आउटसोर्सिंग महिला कर्मी (सविता द्विवेदी) द्वारा राजनाथ राम, जिला परिवीक्षा अधिकारी, कौशाम्बी के ऊपर लगाये गये छेड़छाड़/जोर-जबरदस्ती के आरोप की जॉंच के लिए जॉंच समिति से करायी जा रही है, तथा एक अन्य वीडियो सोशल मीडिया में वॉयरल हो रहा है, जिसमें राजनाथ राम द्वारा अपने कार्यालय में महिला कर्मी का अनुचित स्पर्श करने एवं जबरदस्ती हाथ पकड़ने का दृश्य स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है, जिसके सन्दर्भ में कड़ी अनुशासनिक कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया था।
पुनः पत्र संख्या-1030/ओ0एस0डी0-कौशा0/2022 दिनांक 27 दिसम्बर, 2022 के माध्यम से प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ को यह अवगत कराया गया कि शशि देवी पुत्री हरिशंकर त्रिपाठी निवासिनी 370/24ए शिवकुटी, तेलियरगंज प्रयागराज की सूचना पर थाना मंझनपुर में मु0अ0सं0 657/22 धारा-354क/354घ भादवि बनाम राजनाथ राम पुत्र लालसा राम निवासी बीबीपुर थाना तहबरपुर जनपद आजमगढ़ वर्तमान में जिला प्रोवेशन अधिकारी कौशाम्बी के विरूद्ध पंजीकृत हुआ है, जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा जिला कारागार कौशाम्बी में दाखिल किया गया है, ऐसी स्थिति में श्री राजनाथ राम, जिला परिवीक्षा अधिकारी कौशाम्बी के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया।
जिलाधिकारी कौशाम्बी द्वारा प्रेषित उक्त पत्रों के क्रम में निदेशक, निदेशालय महिला कल्याण, उत्तर प्रदेश, लखनऊ द्वारा अनुशासनिक कार्यवाही के अन्तर्गत आदेश संख्या-2175-83/ निदे0म0क0 स्था0/2022-23 दिनांक 28 दिसम्बर, 2022 निर्गत करते हुए श्री राजनाथ राम, जिला परिवीक्षा अधिकारी कौशाम्बी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है तथा श्रीमती अनु सिंह, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी ,मुख्यालय को जांच अधिकारी नामित किया गया है।